इस्तांबुल के अतातुर्क अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर हुए हमले में 41 लोगों की मौत हो गई, जबकि 145 लोग घायल हो गए।
तुर्की के प्रधानमंत्री बिनाली यिल्दिरिम ने बुधवार को कहा कि मंगलवार शाम को हुए आतंकवादी हमले दर्शाते हैं कि इसके पीछे इस्लामिक स्टेट (आईएस) का हाथ था, लेकिन हमलावरों की पहचान का कार्य जारी है।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून ने आतंकवादी हमले की निंदा की और आशा जताई कि इस अपराध के पीछे के मुख्य आरोपियों की पहचान होगी और उन्हें सजा दी जाएगी।
बान के प्रवक्ता ने कहा, “हम तुर्की के साथ खड़े हैं और इस हमले से यह बात सामने आई है कि आतंकवाद और हिंसा को खत्म करने के लिए क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किए जा रहे प्रयासों को तेज करने की जरूरत है।”
अमेरिका ने हमले की निंदा की है। व्हाइट हाउस के बयान में कहा गया है, “अतातुर्क अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा, ब्रसेल्स हवाईअड्डे की तरह ही अंतर्राष्ट्रीय जुड़ाव एवं रिश्ते का प्रतीक है, जो हमें एक डोर में बांधता है। ब्रसेल्स हवाईअड्डे पर इस साल की शुरूआत में हमला हुआ था।”
पिछले साल से ही तुर्की में सुरक्षा व्यवस्था ठीक नहीं है। देश के इस्तांबुल और अंकारा सहित कई इलाकों में बम धमाके हुए हैं।