नई दिल्ली, 19 फरवरी (आईएएनएस)। आम बजट से सप्ताहभर पहले डायरेक्ट सेलिंग कंपनियों के संघ इंडियन डायरेक्ट सेलिंग एसोसिएशन (आईडीएसए) ने सरकार से उद्यमिता को बढ़ावा देने का आग्रह किया है।
संघ ने गुरुवार को जारी अपने एक बयान में सरकार से अनुरोध करते हुए कहा है कि सरकार उद्यमिता को बढ़ावा दे, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) कंपनियों को संचालन के पहले तीन साल में प्रत्यक्ष कर में छूट दे और कमोडिटी के उत्पाद शुल्क पर संपूर्ण या आंशिक छूट दे।
आईडीएसए की महासचिव छवि हेमंत ने कहा, “हमें उम्मीद है कि सरकार नई नीतियां पेश करेंगी, जिससे उद्यमिता को बढ़ावा मिले, महिलाओं को रोजगार मिले और अवसंरचना का विकास हो।”
आईडीएसए के अध्यक्ष अजय खन्ना ने कहा, “आम बजट 2015-16 में मेक इन इंडिया के तहत आधिकाधिक निवेश का प्रावधान होना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “बजट में संचालन के प्रथम तीन साल में एमएसएमई कंपनियों को प्रत्यक्ष कर से छूट मिले।”
हेमंत ने कहा, “डायरेक्ट सेलिंग उद्योग महिलाओं को सशक्त करने वाले उद्योगों में से एक है और हम वित्तमंत्री से अनुरोध करते हैं कि ऐसा बजट पेश करें, जिससे महिलाएं लाभान्वित हों।”
उन्होंने सलाह दी कि महिलाओं के लिए 2.5 लाख रुपये से पांच लाख रुपये की आय पर पांच फीसदी, पांच लाख रुपये से 10 लाख रुपये की आय पर 10 फीसदी और 10 लाख रुपये से अधिक की आय पर 20 फीसदी कर लगाया जाना चाहिए।