लखनऊ, 21 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अहमद हसन ने मंगलवार को राजधानी स्थित बलरामपुर चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया। बाहर की दवा व जांच लिखने तथा ड्यूटी पर गैरहाजिर पाए जाने पर उन्होंने चार डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिये हैं।
निरीक्षण के दौरान उनके साथ प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अरविंद कुमार और मुख्य चिकित्साधिकारी डा़एसएनएस यादव भी थी।
स्वास्थ्य मंत्री दिन में करीब 12 बजे अस्पताल पहुंचे और इमर्जेसी एवं सुपरस्पेशियालिटी विल्डिंग सहित सभी वार्डो का निरीक्षण किया। अस्पताल पहुंचते ही सबसे पहले वह एक्सरे रूम में गए। एक्स-रे रूम में लंबी लाइन लगी थी। उन्होंने एक्स-रे रजिस्टर देखा और मरीजों का हालचाल पूछा।
स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन ने बलरामपुर अस्पताल के चार डाक्टरों पर कार्ररवाई करने के लिए कहा है। हृदय रोग विशेषज्ञ डा़ॅ बीएस शुक्ला ने कार्डियक विभाग में भर्ती जुबेर को खून व इको की जांच प्राइवेट पैथोलॉजिस्ट से कराने के लिए लिखी थी। इसके अलावा डा़ॅ ए.के. निगम पर भी कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अरविंद कुमार ने उपस्थित रजिस्टर देखा तो डा़ॅ निगम गैरहाजिर पाए गए थे। इसके अलावा और दो डाक्टरों पर कार्ररवाई करने के आदेश दिए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन ने दवा काउंटर पर उपलब्ध दवाओं की सूची दिखाने को कहा। इस पर रजिस्टर अधूरा था। दवा उपलब्धता की भी सही जानकारी भी रजिस्टर पर अंकित नहीं थी। इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा़ॅ आई. शरण को कड़ी फटकार लगाई।