संत ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा की राजनीति और आरएसएस एवं विहिप की कूटिनीति की वजह से अयोध्या में राममंदिर का निर्माण नहीं हो रहा है।
उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहराया। इस दौरान सीतामढ़ी में आयोजित ‘धिक्कार सभा’ के आयोजन के दौरान वह प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर जमकर बरसे। हनुमानजी को दलित कहने पर उन्होंने कुछ खास नहीं कहा।
स्वामी परमहंस ने सीतामढ़ी स्थित वाल्मीकि आश्रम में आयोजित धिक्कार सभा में कहा कि भगवान श्रीराम की सहधर्मिणी आदिशक्ति माता सीता की समाहित स्थली की पवित्र मिट्टी को माथे पर लगाकर आत्मदाह करेंगे। इसके लिए वह यहां से मिट्टी लेने आए हैं।
इस दौरान उन्होंने गंगा पूजन भी किया और घंटा बजाकर ऐलान किया कि वह रविवार को सीता समाहित स्थल सीतामढ़ी में मिट्टी को संकलित करेंगे और उसी मिट्टी को लगाकर 6 दिसंबर को मंदिर निर्माण की घोषणा न होने पर आत्मदाह करेंगे।