भोपाल, 30 जून (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा अपने मंत्रिमंडल के किए जा रहे विस्तार में बुजुर्ग मंत्रियों की छुट्टी या कमतर विभाग दिए जाने की चर्चाओं ने बुजुर्ग मंत्रियों को बेचैन कर दिया है। इन्हीं में से एक लोक निर्माण मंत्री सरताज सिंह ने तो यहां तक कह दिया है कि मंत्री बनाए रखने का फैसला उम्र नहीं, बल्कि कामकाज (परफॉर्मेंस) होना चाहिए।
चौहान गुरुवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करने जा रहे हैं। इस विस्तार में लगभग 10 नए चेहरों को स्थान दिए जाने के साथ ही बुजुर्ग मंत्री सरताज सिंह, बाबूलाल गौर को मंत्रिमंडल से बाहर करने अथवा कमतर विभाग दिए जाने की चर्चाएं है। इन्हीं चर्चाओं के बीच सरताज सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान संगठन और सत्ता स्तर पर चल रही कोशिशों को लेकर सवाल खड़े किए।
उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार और किसे मंत्री बनाना है अथवा नहीं, यह फैसला केंद्रीय नेतृत्व और मुख्यमंत्री का होता है। जहां तक उम्र के आधार की बात है तो वे चाहते हैं कि मंत्री बनाए रखने के फैसले के लिए उम्र नहीं, बल्कि उनके परफॉर्मेंस को आधार बनाया जाना चाहिए।
उन्होंने उम्र को लेकर चल रही चर्चाओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह सरकार के उन मंत्रियों में से हैं, जिन्होंने सर्वाधिक दौरे किए हैं। अगर उम्र काम में बाधक होती तो ऐसी स्थिति नहीं होती।
उन्होंने कहा कि लोक निर्माण मंत्री के तौर पर राज्य की सड़कों की हालत बदली जा रही है, विभागीय कामकाज में बदलाव लाया गया है। विभाग में व्याप्त गड़बड़ियों को सुधारा गया है। आगामी ढाई वर्ष में सड़कों की स्थिति में और सुधार किए जाने की योजना है।