नई दिल्ली, 3 जनवरी (आईएएनएस)। पिछले साल की भारी सफलता के बाद इस साल ‘जश्न-ए-रेख्ता’ कार्यक्रम की तैयारियां बड़े पैमाने पर की जा रही है। इस कार्यक्रम में 20,000 से ज्यादा दर्शकों के आने की संभावना है, इसलिए बड़े समारोह स्थल का चयन किया गया है। उर्दू महोत्सव ‘जश्न-ए-रेख्ता’ का आयोजन यहां 12 से 14 फरवरी तक किया जाएगा।
पिछले साल इस कार्यक्रम का आयोजन इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में किया गया था, जिसमें बड़ी संख्या में दर्शक जुटे थे। यह देखते हुए इस बार इस कार्यक्रम का आयोजन इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में किया जा रहा है, जहां काफी खुली जगह है।
इस कार्यक्रम में न सिर्फ देशभर से, बल्कि विदेशों से भी उर्दू प्रेमी भाग लेने आते हैं।
इस साल न सिर्फ बड़े आयोजन स्थल का चयन किया गया है, बल्कि कार्यक्रम की अवधि भी दो दिन से बढ़ाकर तीन दिन कर दी गई है।
इस कार्यक्रम का आयोजन रेख्ता फाउंडेशन करता है, जिसके पास दुनिया का सबसे बड़ा उर्दू कविताओं का ऑनलाइन संग्रह है। संस्था की बेवसाइट रेख्ता.ऑर्ग पर प्रामाणिक उर्दू शायरियां एक क्लिक पर उपलब्ध है।
पिछले साल जश्न-ए-रेख्ता समारोह में उर्दू जगत की कई मशहूर हस्तियों ने भाग लिया था, जिसमें जिया मोहिउद्दीन, जावेद अख्तर, एमके रैना, मुजफ्फर अली, नंदिता दास, शमशूर रहमान फारुखी, गोपीचंद नारंग, इंतिजार हुसैन प्रमुख थे।
इस साल कार्यक्रम में 12 फरवरी को राजस्थान के मशहूर साबरी बंधु अपनी कव्वालियों का प्रस्तुतीकरण करेंगे। इसके अलावा कार्यक्रम का प्रमुख आर्कषण उर्दू के प्रमुख लेखक इस्मत चुगताई और राजेंद्र सिंह बेदी के जन्म शताब्दी उत्सव का आयोजन भी होगा। ये दोनों उर्दू कहानियों के आधारस्तंभ माने जाते हैं। वहीं, आधुनिक उर्दू शायरी के आधारस्तंभ माने जाने वाले अख्तर उल इमान की भी जन्म शताब्दी का आयोजन किया जाएगा।