लास एंजिल्स, 4 जनवरी (आईएएनएस/सिन्हुआ)। अमेरिका के चिंतक और पर्यावरणविद् जान कोब जूनियर का कहना है कि सुंदर, स्वस्थ, स्थाई पर्यावरण और तेज औद्योगिक विकास के बीच एक गहरा तनाव पाया जाता रहा है, लेकिन चीन के लोग इन दोनों को हासिल करना चाहते हैं।
लास एंजिल्स, 4 जनवरी (आईएएनएस/सिन्हुआ)। अमेरिका के चिंतक और पर्यावरणविद् जान कोब जूनियर का कहना है कि सुंदर, स्वस्थ, स्थाई पर्यावरण और तेज औद्योगिक विकास के बीच एक गहरा तनाव पाया जाता रहा है, लेकिन चीन के लोग इन दोनों को हासिल करना चाहते हैं।
कोब (91) ने हाल ही में समाचार एजेंसी सिन्हुआ से कहा, “जो बात ताज्जुब में डाल देती है, वह यह है कि चीन किसी हद तक विकास के ऐसे रास्ते खोज ले रहा है जो पर्यावरण के लिए उतने नुकसानदेह नहीं हैं। समस्याएं विशाल हैं, इनमें से कुछ और बदतर हो रही हैं लेकिन इन बदतर होते हालात को खत्म करने की कोशिशें भी उतनी ही हो रही हैं। इस बात की भी संभावनाएं बन गई हैं कि विकास जारी रखने के साथ- साथ इन समस्याओं पर काबू पा लिया जाएगा।”
1970 से हरित विकास और वैश्विक पारिस्थितिकीय संकट से बचने के लिए आवाज उठा रहे कोब ने कहा, “चीन एक औद्योगिक पारिस्थितिकीय सभ्यता की राह तलाशने के लिए संघर्ष कर रहा है।”
कोब ने 70 के दशक में कैलिफोर्निया के क्लेयरमोंट में सेंटर फार प्रासेस स्टडी की स्थापना की थी और अपना सारा धन इसमें लगा दिया था। इस केंद्र ने पर्यावरण संरक्षण के लिए दुनिया भर के पर्यावरणविदों को एक मंच प्रदान किया है।
इस केंद्र में एक चीनी विभाग भी है जिसका शोध कोब को प्रेरणा देता रहता है। उन्होंने कहा कि पारिस्थितिकीय सभ्यता के लिए चीनी जनता की कोशिशें उम्मीद जगाती हैं।