येम क्रिन (57) को दिसंबर 2014 में गिरफ्तार किया गया था। उसके अधिकांश मरीजों ने आरोप लगाया था कि उसने संक्रमित एक ही सूई का इस्तेमाल किया, जिसके कारण वे सभी एचआईवी पॉजिटिव हो गए।
एचआईवी एक विषाणु है, जिसके कारण जानलेवा एड्स बीमारी होती है।
सजा पर फैसला गुरुवार को प्रेसाइडिंग न्यायाधीश यिच चेया-नेवी ने दिया।
फैसले के मुताबिक, “अदालत ने येम क्रिन को गंभीर परिस्थतियों के साथ उत्पीड़न करने का दोषी पाया और उसे 25 साल जेल की सजा देने का फैसला किया।”
दोषी को प्रत्येक पीड़ित को 500 से तीन हजार अमेरिकी डॉलर तक का जुर्माना देने का आदेश दिया।