मलप्पुरम (केरल), 2 नवंबर (आईएएनएस)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारियों की टीम बुधवार को जांच के लिए मलप्पुरम कलक्ट्रेट परिसर पहुंची, जहां मंगलवार को विस्फोट हुआ था।
प्रेशर कुकर में रखे बम को जिलाधिकारी कार्यालय में नियमित बैठक में भाग लेने आए राज्य सरकार के एक अधिकारी के वाहन के बगल में रखा गया था। घटना में न कोई हताहत हुआ या न ही कोई अन्य क्षति हुई।
घटनास्थल के निरीक्षण के बाद क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षकएम.आर.अजीत कुमार ने कहा कि उन्हें बॉक्स में रखे पेनड्राइव और भारत के नक्शे के साथ एक पर्ची भी मिली है जिस पर ‘दी बेस मूवमेंट’ (आधार आंदोलन) का नाम लिखा हुआ है।
अजीत कुमार ने कहा, “पेन ड्राइव में कुछ तस्वीरें हैं, ये उसी तरह की हैं जैसी कोल्लम, नेल्लोर और मैसूर में हुए विस्फोट स्थलों से बरामद की गई थीं। पेनड्राइव या मानचित्र में कोई निजी संदर्भ नहीं है। एक चेतावनी भी है कि इस तरह की घटनाएं दोबारा हो सकती हैं। राज्य के पुलिस प्रमुख सीधे तौर पर जांच की निगरानी कर रहे हैं।”
केरल पुलिस की जांच टीम ने बम में इस्तेमाल किए गए ओमोनियम नाइट्रेट की उपस्थिति का पता मंगलवार को ही लगा लिया था। इसका इस्तेमाल अन्य तीन जगहों पर हुए विस्फोटों में भी किया गया था।
कांग्रेसनीत विपक्ष ने बुधवार को इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया। मुख्यमंत्री पी. विजयन ने सदन को आश्वस्त किया कि सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला ने कहा कि किसी समुदाय विशेष को निशाना नहीं बनाया जाना सुनिश्चित होना चाहिए।
भाजपा के विधायक ओ. राजगोपाल सरकार पर इस तरह की घटनाओं की जांच में पूरी बेरुखी दिखाने का आरोप लगाने के बाद सदन से बाहर चले गए।