इस्लामाबाद, 18 अगस्त (आईएएनएस)। पाकिस्तान ने मंगलवार को फैसला किया कि भारत के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) स्तर की वार्ता की कार्यसूची में ‘भारत द्वारा पाकिस्तान के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप’ को सबसे ऊपर रखा जाएगा।
भारत के एनएसए अजीत डोभाल और पाकिस्तान के एनएसए सरताज अजीज के बीच दिल्ली में 23-24 अगस्त को वार्ता होनी है।
भारत की कथित दखलंदाजी को वार्ता में उठाने का फैसला प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ तथा खुफिया संस्था आईएसआई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल रिजवान अख्तर के बीच बैठक के बाद किया गया।
इस बैठक में वित्तमंत्री इसहाक डार, गृहमंत्री चौधरी निसार अली खान, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज और नवाज के सलाहकार तारिक फातमी ने भी शिरकत की।
‘डॉन’ ने बताया है कि बैठक में दिल्ली में होने वाली एनएसए बैठक पर विचार किया गया।
डॉन की रपट में बताया गया है कि एनएसए वार्ता के एजेंडे में ‘पाकिस्तान में आतंकवादी गतिविधियों में भारत के कथित रूप से शामिल होने’ के मुद्दे को शामिल किया जाएगा।
कथित तौर पर सैन्य नेतृत्व ने जोर देकर कहा कि इस मुद्दे को भारत के सामने पूरा जोर देकर उठाया जाए।
बैठक में यह भी तय किया गया कि एनएसए वार्ता में जम्मू एवं कश्मीर सीमा पर पाकिस्तान के सैन्य और नागरिक ठिकानों पर भारत की गोलाबारी के मसले को भी उठाया जाए।
भारत का आरोप रहा है कि पाकिस्तान लगातार संघर्षविराम का उल्लंघन कर रहा है। लगातार उसके सैन्य और नागरिक ठिकानों पर गोली बरसा रहा है।
पाकिस्तान यह भी चाहता है कि आतंकवाद से निपटने के लिए दोनों देशों के बीच एक संयुक्त तंत्र विकसित किया जाए।