लखनऊ, 24 फरवरी (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र के चार निर्वाचन क्षेत्रों में विधान परिषद चुनाव में प्रत्याशी चयन, नामांकन और नाम वापसी की स्थितियों की जांच के आदेश दिए हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। अधिकारियों को दिए गए निर्देश में इस मामले की पूरी जांच कर छह मार्च तक रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।
पार्टी प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने बुधवार को यहां बताया कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही-आगरा स्थानीय प्राधिकारी निवार्चन क्षेत्र, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. रमापतिराम त्रिपाठी-बांदा प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र, प्रदेश उपाध्यक्ष शिव प्रताप शुक्ल-मेरठ प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र तथा सतीश महाना-लखनऊ व उन्नाव प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्रों की जांच करेंगे।
पाठक के मुताबिक, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने इन चारों वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से आग्रह किया है कि वे छह मार्च तक उन्हें उनके स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र में स्थानीय, क्षेत्रीय स्तर पर तथ्यों की जानकारी उपलब्ध कराकर पार्टी प्रत्याशियों के चयन, नामांकन और नाम वापसी की स्थितियों की जांच कर अपने मत से प्रदेश भाजपा को अवगत कराएं।
आरोप है कि पार्टी के कई प्रत्याशियों ने सपा उम्मीदवारों के समर्थन में पैसा लेकर अपना नाम वापस ले लिया। मेरठ में तो भाजपा प्रत्याशी ने नाम वापसी के साथ ही सपा की सदस्यता भी ले ली थी। इससे भाजपा की बड़ी किरकिरी हुई।