टोरंटो, 27 जनवरी (आईएएनएस)। कनाडा के ओंटारियो प्रांत की प्रीमियर कैथलीन वायने 10 दिन के दौरे पर बुधवार को भारत रवाना हो गईं। अपनी यात्रा से पहले उन्होंने यहां भारतीय-कनाडा समुदाय द्वारा भारतीय मिशन में आयोजित 67वें गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लिया।
ओंटारियो व्यापार संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए भारत के दौरे पर जा रही हैं। ओंटारियो कनाडा का सबसे बड़ा और सबसे शक्तिशाली प्रांत है। यहां भारतीय मूल के पांच लाख से ज्यादा लोग रहते हैं। वायने अपनी भारत यात्रा के दौरान दिल्ली के अलावा चंडीगढ़, हैदराबाद और मुंबई का दौरा करेंगी।
कनाडा के प्रांत की प्रीमियर का पद भारत के किसी राज्य के मुख्यमंत्री की तरह होता है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए वायने ने कहा कि इस व्यापारिक दौरे में उन्हें नवीन ऊर्जा और अवसंरचना के क्षेत्र में भारत के साथ द्विपक्षीय समझौते की उम्मीद है।
ओंटारियो की प्रीमियर ने कहा, “यह भारत के लिए मेरा पहला व्यापारिक मिशन है। मैं आपको बता नहीं सकती कि मैं भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और ओंटारियों के भारत के साथ संबंधों को लेकर कितना उत्साहित हूं।”
उन्होंने इस मौके पर कहा कि कनाडा दुनिया का सबसे ज्यादा बहुसांस्कृतिक और विविधताओं से भरा देश हैं। इसके बावजूद हमें विविधताओं के बारे में भारत से काफी कुछ सीखना है।
वायने ने गांधी को याद करते हुए कहा, “विविधता में एकता ही हमारी संस्कृति की सबसे बड़ी खूबसूरती है।”
उन्होंने कहा, “आज से 66 साल पहले (26 जनवरी) भारत का संविधान लागू हुआ था। यह पूरे देश के लिए एक नए युग की शुरुआत थी। यह भारत के लिए महान आनंद और उल्लास का दिन था और इस आयोजन को यहां हम हर साल गांधी जी के संदेश- विविधता में एकता- को चरितार्थ करने के लिए मनाते हैं।”
उन्होंने कहा कि मैं अपने साथ इसी शक्तिशाली संदेश को लेकर गांधी जी की पुण्यतिथि के दौरान राजघाट जाऊंगी।