काबुल, 30 जून (आईएएनएस)। अफगान पुलिस की बसों पर काबुल के पश्चिमी हिस्से में गुरुवार को किए गए दो आत्मघाती बम हमले में कम से कम 30 लोग मारे गए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है।
इस हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने ली है। यह हमला काबुल के पश्चिम की तरफ बाहरी इलाके में दोपहर को कला ए हैदर खान के पास किया गया, जिसमें 60 अन्य घायल भी हुए है।
पहले की मीडिया रिपोर्ट में कम से कम 40 लोगों के मारे जाने की सूचना दी गई थी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ को प्रत्यक्षदर्शी मोहम्मद करीम ने बताया, “काबुल-कंधार मार्ग से गुजर रही पांच हरे रंग की बसों को निशाना बनाया गया। बसों के काफिले के मध्य में आत्मघाती हमलावर ने अपनी कार ले जाकर धमाका किया, जिससे काफिले को रुकना पड़ा।”
उसने बताया, “इसके बाद दूसरा आत्मघाती हमलावर अपनी कार में आया और अपनी कार को उड़ा दिया। बचाव दल और लोगों को धमाके जगह तक पहुंचने में 20 मिनट लगे।”
इस घटना के बारे में किसी आधिकारिक बयान के अभाव में अभी तक इसकी विस्तृत जानकारी नहीं मिली है।
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता सेदिक सिद्दीकी ने स्थानीय मीडिया को बताया कि कम से कम 30 लोग मारे गए हैं और 58 अन्य घायल हुए हैं।
उन्होंने कहा, “ज्यादा जानकारी जांच के नतीजे आने के बाद जारी की जाएगी।”
जानकारी के मुताबिक इन बसों में पुलिस प्रशिक्षण केंद्र से प्रशिक्षण खत्म कर निकले करीब 500 कैडेट वारडाक प्रांत से केंद्रीय काबुल जा रहे थे।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि धमाके की चपेट में आने से कई पास खड़े लोग भी मारे गए हैं और घायल हुए हैं।
इस जानलेवा हमले में एक बस पूरी तरह नष्ट हो गया और चार बसें और कई अन्य नागरिकों के वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है।
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति मोहम्मद अशरफ गनी ने घटना की कड़ी निंदा की है।
राष्ट्रपति भवन से जारी किए गए बयान के मुताबिक गनी ने जांच के आदेश दिए हैं कि इतनी बड़ी संख्या में पुलिस स्नातकों को एक साथ ले जाने का निर्णय किस प्रकार लिया गया।
इस बयान में कहा गया है कि अगर इसमें किसी तरह की लापरवाही पाई जाती है तो जिम्मेदार अधिकारियों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले की निंदा की है।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, “काबुल के नजदीक हुए हमले से दुखी हूं। मैं इस मूखर्तापूर्ण हिंसा की निंदा करता हूं। हमले के शिकार लोगों के परिवारजनों के लिए प्रार्थना।”
पाकिस्तान ने भी इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है और अफगान सरकार के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, “पाकिस्तान, अफगास्तिान के निर्दोष लोगों की जान के नुकसान पर वहां की सरकार के प्रति संवेदना व्यक्त करता है। हम शोक संतप्त परिवारों के प्रति दुखी हैं और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करते हैं।”
नाटो के नेतृत्व में बने रिजोल्यूट सपोर्ट मिशन ने अफगानिस्तान की राजधानी में हुए इस दो बम हमलों की कड़ी निंदा की है।
रिजोल्यूट सपोर्ट ने एक बयान जारी कर कहा, “आरएस काबुल में हुए इन बम धमाकों की कड़ी निंदा करता है। तालिबान लगातार मानव जीवन के प्रति घोर उपेक्षा का प्रदर्शन कर रहा है।”
इस बयान में कहा गया है, “आरएस मारे गए और घायल हुए लोगों के परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता है।”
अफगानिस्तान में अप्रैल से ही तालिबानी आतंकवादियों की वारदातों में तेजी आई है, जबसे तालिबान ने देश के विभिन्न क्षेत्रों में सालाना विद्रोही कार्रवाई की शुरुआत की है।
तालिबान ने अफगानिस्तानी नागरिकों को सरकारी कार्यक्रमों, सैन्य काफिलों और केंद्रों से दूर रहने की सलाह दी है, क्योंकि वे उन्हें निशाना बनाएंगे।
तालिबान ने 10 जून को पूर्वी काबुल में एक आत्मघाती हमला कर 14 लोगों की हत्या की थी, जिसमें 12 नेपाली सुरक्षाकर्मी थे और 9 अन्य घायल हो गए थे।