नई दिल्ली, 22 जून (आईएएनएस)। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने सोमवार को घोषणा की कि सभी केंद्रीय स्कूलों में कक्षा छह से 10 तक योग को अनिवार्य बनाया जाएगा।
स्मृति ने यहां तालकटोरा स्टेडियम में राष्ट्रीय योग शिक्षक सम्मेलन के उद्घाटन के दौरान छठी से 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए एक सिलेबस और पाठ्यक्रम से जुड़ी सामग्रियां जारी की, जिसे राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने तैयार की है। इसके अतिरिक्त प्रशिक्षण मोड्यूल जारी किया, जिसे राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने तैयार किया है।
उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार से सहायता प्राप्त सभी स्कूलों में उच्च प्राथमिक तथा माध्यमिक स्तर पर योग पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा, जहां 80 फीसदी अंक प्रायोगिक परीक्षा तथा 20 फीसदी अंक सैद्धांतिक परीक्षा में मिलेंगे।”
स्मृति ने विद्यार्थियों से प्राचीन योग को अच्छे से पढ़ने की अपील की।
उन्होंने कहा, “इसके जरिए हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि स्कूलों में शारीरिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में वृद्धि हो और हमारे बच्चे अपनी इच्छा और खुशी से स्कूल जाना चाहें।”
मंत्री ने कहा, “योग शिक्षा में डिप्लोमा, स्नातक और परास्नातक डिग्री दी जाएगी। सिर्फ बच्चों को योग पढ़ने के बारे में कहना ही काफी नहीं है।”
दो-दिवसीय सम्मेलन योग-‘प्रिंसिपल्स एंड प्रैक्टिस इन अवर एजुकेशन सिस्टम’ में सर्वागीण विकास, विशेष बच्चों की जरूरतों के लिए योग, तनाव कम करने, पाठ्यक्रम में योग की भूमिका पर चर्चा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि 17 जुलाई को एनसीईआरटी के बैनर तले हम एक मोबाइल एप्लीकेशन लांच करेंगे, जिसके जरिए विद्यार्थी एनसीईआरटी की पहली से 12वीं कक्षा तक के सभी पाठ्य-पुस्तक मुफ्त डाउनलोड कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि दिसंबर में ‘कला उत्सव’ नाम से राष्ट्रीय प्रतियोगिता कराई जाएगी, जिसका मकसद क्षेत्रीय कला, हस्तकला, संगीत और नृत्य को बढ़ावा देना है।
ईरानी ने अगले साल स्कूली बच्चों के लिए राष्ट्र-स्तरीय प्रतियोगिता शुरू करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जो विद्यार्थी या शिक्षक सबसे अच्छा प्रदर्शन करेंगे उन्हें पांच लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।