नई दिल्ली, 18 अप्रैल (आईएएनएस)। कॉरपोरेट जासूसी मामले में 13 आरोपियों के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने शनिवार को आरोप पत्र दाखिल कर दिया।
महानगर दंडाधिकारी आकाश जैन के समक्ष आरोप पत्र दाखिल किया गया, जिन्होंने इसपर विचार करने के लिए इसे मुख्य महानगर दंडाधिकारी संजय खनगवाल के पास भेज दिया, जो सोमवार को इसपर विचार करेंगे।
पुलिस ने औपचारिक तौर पर 13 आरोपियों को धोखाधड़ी, जालसाजी, चोरी तथा आपराधिक षडयंत्र से संबंधित विभिन्न धाराओं के तहत आरोपित किया है।
सूत्रों के मुताबिक, आरोपियों के खिलाफ सरकारी गोपनीयता अधिनियम के कड़े प्रावधान नहीं लगाए गए हैं, लेकिन आगे जांच जारी है।
पुलिस ने 44 पन्नों के आरोप पत्र में अभियोजन पक्ष के 42 गवाहों का हवाला दिया है।
दिल्ली पुलिस ने बीते 17 फरवरी को विभिन्न मंत्रालयों से गोपनीय दस्तावेजों की लीक के लिए एक प्राथमिकी दर्ज की थी।
आरोपियों में पांच कॉरपोरेट कर्मचारी हैं, जिनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के कॉरपोरेट मामलों के प्रबंधक शैलेश सक्सेना, जुबिलंट एनर्जी के वरिष्ठ अधिकारी सुभाष चंद्रा, एस्सार के उप महाप्रबंधक विनय कुमार, रिलायंस एडीएजी के उप महाप्रबंधक ऋषि आनंद तथा केर्न्स इंडिया के महाप्रबंधक के.के.नायक शामिल हैं।
अन्य आरोपियों में दिल्ली के निवासी दो भाई लालता प्रसाद (36) व राकेश कुमार (30), गाजियाबाद के राजकुमार चौबे (39), सरकारी कर्मचारी आशाराम (58), ईश्वर सिंह (56) तथा वीरेंद्र कुमार शामिल हैं।
सभी आरोपी 20 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में हैं।