नई दिल्ली, 4 नवंबर (आईएएनएस)। घुमंतू जाति यानी अधिसूचित जनजातियों की महिलाओं का कौशल विकास करके उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए दो महीने का प्रशिक्षण दिया गया। इसमें उन्हें हाथ से कढ़ाई करना सिखाया गया।
इस अवसर पर सामाज कल्याण मंत्रालय की सचिव अनिता अग्निहोत्री ने कहा कि इन घुमंतू जाति यानी अधिसूचित जनजाति की महिलाओं को हाथ की कढ़ाई का प्रशिक्षण दिया गया ताकि वे घर बैठकर भी काम कर सकें। उन्होंने यह भी बताया कि बंजारों को प्रशिक्षण उन जगहों पर दिया गया, जहां वे रहते हैं। बंजारे आमतौर से एक जगह नहीं रहकर जगह बदल-बदल कर रहते हैं।
‘अपेरल मेड-अप व होम फर्निशिंग सेक्टर स्किल काउंसिल’ ने अधिसूचित जनजातियों की महिलाओं के कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया था। इन महिलाओं को दो महीने के प्रशिक्षण के बाद शुक्रवार को प्रमाणपत्र देकर इन्हें सम्मानित किया गया।
इस योजना के कारगर होने पर पूरे देश मंे विभिन्न घुमंतू जातियों के लोगों को प्रशिक्षित किया जाना है ताकि वह देश की मुख्यधारा से जुड़ सकें और उन्हें रोजगार मिल सके, जिससे वे सम्मानपूर्वक जीवन जी सकें। इन लोगों के पास प्रतिभा और कौशल की क्षमता तो है, केवल उन्हें प्रशिक्षित करने की जरूरत है ताकि उनकी प्रतिभा को निखारा जा सके।