मोतिहारी, 23 मार्च (आईएएनएस)। देश में हिंदुत्व को हवा दिए जाने के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां गुरुवार को कहा कि महात्मा गांधी को सभी लोग पसंद करते हैं, सबकी दिलचस्पी गांधीजी में है, लेकिन उनके विचारों के प्रति प्रतिबद्धता की कमी है। उन्होंने कहा कि गांधी के विचारों को आज जन-जन तक पहुंचाने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने यहां सर्व सेवा संघ द्वारा आयोजित ‘चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह’ के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि आज की परिस्थिति में चारो तरफ जो माहौल है, उसके परिपेक्ष्य में चर्चा होनी चाहिए। आज जो माहौल है, उसका समाधान गांधी के विचार ही हैं।
उन्होंने कहा कि चंपारण सत्याग्रह का काफी महत्व है, इससे आजादी की लड़ाई को गति मिली थी।
तीन दिनों तक चलने वाले इस समारोह में कई गांधीवादी विचारक हिस्सा ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चंपारण सत्याग्रह का यह सौवां साल है। 10 अप्रैल, 1917 को गांधीजी बिहार आए थे और 15 अप्रैल को वह चंपारण की धरती पर पहुंचे थे।
नीतीश ने कहा, “चंपारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष के अवसर पर पूरे साल ‘चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह’ मनाया जाएगा। इसकी शुरुआत 10 अप्रैल से होगी। इस दिन पटना में गांधी की विचारधारा पर विचार-विमर्श किया जाएगा। 15 अप्रैल से बापू की स्मृति यात्रा आयोजित की जाएगी और 17 अप्रैल को पटना में देशभर के स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया जाएगा। इसके लिए सभी स्वतंत्रता सेनानियों को निमंत्रण भेजा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, “मेरा उद्देश्य गांधी की सर्वधर्म समभाव वाली विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाना है। मैंने छात्र जीवन से ही गांधी जी, राममनोहर लोहिया जी और जयप्रकाश नारायण जी से सीखा व सुना है, इस कारण मेरा प्रत्येक कार्य इन महापुरुषों से प्रभावित रहता है।”
नीतीश ने इससे पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, कस्तूरबा गांधी और डॉ़ राजेंद्र प्रसाद के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने ‘चंपारण सत्याग्रह की कहानी’, ‘चंपारण में महात्मा गांधी’ एवं ‘सवरेदय जगत’ पुस्तक का विमोचन भी किया।