एथेंस, 20 जुलाई (आईएएनएस)। ग्रीस में तीन सप्ताह के अवकाश के बाद खुले बैंकों के बाहर सोमवार को लंबी कतारें देखी जा रही हैं।
समाचार पत्र गार्जियन के मुताबिक, निकासी की सीमा बढ़ा दी गई है। लोग अब एक सप्ताह में एक बार में अधिकतम 420 यूरो (करीब 455 डॉलर) की निकासी कर पाएंगे।
ग्रीस की बैंकिंग व्यवस्था को चरमराने से बचाने के लिए 29 जून को बैंकों में अवकाश घोषित कर दिया गया था और उसके बाद बैंक ग्राहकों के लिए प्रतिदिन अधिकतम 60 यूरो (66 डॉलर) की निकासी करने की ही अनुमति दी गई थी।
धन देश से बाहर भेजने पर लगी रोक तथा अन्य प्रकार की पाबंदी हालांकि अब भी जारी है।
एथेंस के शेयर बाजार भी बंद हैं और अगली सूचना तक बंद रहेंगे।
ग्रीस के बैंक एसोसिएशन के प्रमुख लौका कत्सेली ने कहा, “पूंजी नियंत्रण और निकासी की पाबंदी जारी रहेगी, लेकिन हम एक नए चरण में प्रवेश कर रहे हैं, जिसमें हमारा अनुमान है कि स्थिति सामान्य होती जाएगी।”
ग्रीस के एक समाचार पत्र ‘विमा’ के मुताबिक, बैंक ऑफ ग्रीस और यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) के बीच टेलीकांफ्रेंसिंग के बाद शुक्रवार दोपहर को बैंकों को फिर से खोलने का फैसला किया गया।
मंत्रालय ने शनिवार को इस फैसले की सूचना जारी की।
लोग अब बैंकों में धनराशि जमा कर सकेंगे और विभिन्न खातों के बीच आर्थिक लेन-देन भी कर सकेंगे। नए खाते इस बीच नहीं खोले जा सकेंगे। यद्यपि वेतन, पेंशन और अन्य लाभों से संबंधित खाते खोले जा सकेंगे।
बैंक नए डेबिट और क्रेडिट कार्ड दे सकेंगे और इंटरनेट, फोन और मोबाइल बैंकिंग सेवा सक्रिय कर सकेंगे।
राजस्व महासचिव द्वारा जारी एक परिपत्र के मुताबिक, सोमवार से नया तीन स्तरीय मूल्यवर्धित कर (वैट) सुधार भी लागू किया गया है।
कर्जदाताओं ने 86 अरब यूरो (89 अरब डॉलर) कर्ज देने पर बात करने के लिए वैट बढ़ाने की शर्त रखी थी।
सुधार के तहत तीन प्रकार की दरें लागू की जाएंगी -छह फीसदी, 13 फीसदी और 23 फीसदी। छह फीसदी दर दवाओं, किताबों, समाचार पत्रों, पत्रिकाओं और सिनेमा हॉल के टिकटों पर लगेगी।
13 फीसदी दर अधिकतर ताजा मांस, मछली और मोलसक, दूध, दुग्ध उत्पादों, ताजी सब्जियों, अनाजों, आटा, जैतून के तेल, ब्रेड, पास्ता और पानी पर लगेगी। यह दर ऊर्जा, कैथेटर, ऑर्थोपेडिक सामानों और उपकरणों पर भी लगेगी।
23 फीसदी दर सभी अन्य खाद्य पदार्थो, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थो, कॉफी, कैटरिंग, मिठाई, नमक, स्वच्छता उत्पाद, कंप्यूटर, स्कूल ट्यूशन, भाषा शिक्षण सेवा, टैक्सी किराया, सार्वजनिक परिवहन साधनों के किरायों, अंतिम संस्कार सेवा, गैर छूट वाली चिकित्सा सेवा और दंत सेवाओं पर लगेगी।
बीबीसी के मुताबिक, वास्तुकार वैसिलिस मसेलोस ने कहा कि बैंकों के खुलने से कोई विशेष फर्क नहीं पड़ने जा रहा है।
मसेलोस ने कहा, “बड़ी परेशानी यह है कि हम अपने आपूर्तिकर्ता को भुगतान नहीं कर पा रहे हैं। इसका परिणाम यह होगा कि हमारे पास आखिरकार बेचने के लिए उत्पाद नहीं रहेगा।”