फाइनेंस में स्नातक गितौ ने इससे पहले केन्या की कुछ बड़ी कंपनियों में भी काम किया था। सीआरबीसी से वह सितंबर 2013 में जुड़े।
गितौ को अपनी प्रतिभा की बदौलत चीन घूमने का और रेलवे प्रौद्योगिकी और प्रबंधन पर एक महीने के रिफ्रेशर पाठ्यक्रम में शामिल होने का अवसर मिला। पाठ्यक्रम जुलाई के आखिर में शुरू हुआ।
पाठ्यक्रम चीन के वाणिज्य मंत्रालय के सहयोग से चलाया जाता है। इसमें विकासशील देशों में रेल कंपनियों के लिए काम करने वाले मध्य स्तर और कनिष्ठ पेशेवरों को शामिल किया जाता है।
पाठ्यक्रम पूरा कर गितौ केन्या लौट चुके हैं और बुधवार को उन्होंने कहा कि यह पाठ्यक्रम उनके पेशेवर जीवन का अद्भुत क्षण था।
यह पाठ्यक्रम केन्या के पेशेवरों के लिए पहली बार संचालित किया गया। इसके तहत इस साल के आखिर तक केन्या के 20 पेशेवरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इस प्रथम बैच में अफ्रीका और एशिया से 30 पेशेवरों को चुना गया था।
गितौ ने कहा कि चीन ने छोटी सी अवधि में ही 18 हजार किलोमीटर हाई स्पीड रेल लाइन का निर्माण कर लिया और चीन के अनुभव से अफ्रीकी देश सबक ले सकते हैं, जहां परिवहन अवसंरचना का अभाव है।
उन्होंने कहा, “केन्या जैसे विकासशील देश अवसंरचना की कमी से जूझ रहे हैं और उनके लिए एक मॉडल हो सकता है। आधुनिक रेल लाइन के बिना हमारी अर्थव्यवस्था कभी प्रतिस्पर्धी नहीं बन सकती है।”
उन्होंने कहा, “आगे मैं परिवहन क्षेत्र में ही रहने वाला हूं। मैं केन्या में बंदरगाह विकास की गतिविधियों से जुड़ना चाहता हूं।”
पाठ्यक्रम में शामिल उनके एक सहयोगी पेंसर मसावो ने कहा कि प्रशिक्षण ने उन्हें आधुनिक रेल प्रौद्योगिकी से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि अफ्रीका के देश विकास करने के लिए इसका फायदा उठा सकते हैं।
मसावो ने कहा, “इस बीच इस स्टैंडर्ड गेज रेल लाइन से केन्या और इस क्षेत्र में विकास और समृद्धि का एक नया रास्ता खुलेगा।”