वन मंत्री महेश गागड़ा ने बताया कि यह राशि पिछले वित्तीय वर्ष 2015-16 में राज्य क्षतिपूर्ति वनीकरण कोष प्रबंधन एवं योजना प्राधिकरण (कैम्पा) निधि से जारी की गई है।
उल्लेखनीय है कि राज्य के उत्तरी हिस्से के पांच वनमंडलों मरवाही, कटघोरा, कोरिया, मनेंद्रगढ़ एवं कवर्धा में जामवंत परियोजना संचालित की जा रही है। इस परियोजना के तहत ग्रामीण आबादी वाले क्षेत्रों में भालुओं के विचरण को रोकने और जंगलों में उन्हें उनकी रुचि के अनुरूप आहार दिलाने के लिए फलदार पौधे लगाए जाएंगे और जल स्रोतों का भी विकास और निर्माण किया जाएगा।
इन वन मंडलों के अंतर्गत भालुओं की अधिक संख्या होने के कारण इन क्षेत्रों में भालुओं द्वारा ग्रामीणों पर आक्रमण कर उन्हें घायल एवं मारने की घटनाएं सामने आई हैं।
जामवंत परियोजना वनमंडल मरवाही के अंतर्गत वन परिक्षेत्र मरवाही, पेंड्रा एवं गौरेला, वनमंडल कटघोरा के वन परिक्षेत्र-पसान, जटगा एवं केंदई, वनमंडल कोरिया के वन परिक्षेत्र-खडगवां, चिरमिरी, बैकुंठपुर एवं देवगढ़, वनमंडल मनेंद्रगढ़ के वन परिक्षेत्र-मनेंद्रगढ़ वनमंडल कवर्धा के वनपरिक्षेत्र-कवर्धा एवं पंडरिया वनमंडल कांकेर के वनपरिक्षेत्र-कांकेर एवं चारामा में इस परियोजना को लागू किया गया है।