रायपुर, 14 अक्टूबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता ननकीराम कंवर ने बीफ को लेकर देश में छिड़े विवाद पर बीफ के निर्यात में भारत के नंबर एक पोजिशन पर व्यंग्यात्मक लहजे में केंद्र के साथ राज्य सरकार को बधाई देते हुए तंज कसा। उन्होंने छत्तीसगढ़ पुलिस को आड़े हाथों लेते हुए मवेशी तस्करी मामलों में संलिप्त भी बताया।
रायपुर, 14 अक्टूबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के पूर्व गृह मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता ननकीराम कंवर ने बीफ को लेकर देश में छिड़े विवाद पर बीफ के निर्यात में भारत के नंबर एक पोजिशन पर व्यंग्यात्मक लहजे में केंद्र के साथ राज्य सरकार को बधाई देते हुए तंज कसा। उन्होंने छत्तीसगढ़ पुलिस को आड़े हाथों लेते हुए मवेशी तस्करी मामलों में संलिप्त भी बताया।
अपने कार्यकाल के दौरान बेबाक बयानबाजी के लिए चर्चित रहे पूर्व गृहमंत्री कंवर ने एक बार फिर इशारों ही इशारों में सूबे की सरकार को घेरा है। कोरबा में पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि मवेशी तस्करों के हौसले बुलंद हैं और पुलिस उन्हें शह दे रही है। तस्कर बेखौफ बंदूक लेकर घूम रहे हैं। मैं तस्करों को पकड़कर पुलिस के हवाले करता हूं, इसके बाद भी कार्रवाई नहीं की जाती। आरोपियों का सीधे पुलिसकर्मियों से सांठगांठ है।
उन्होंने कहा कि सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का, कहावत तो आपने सुना ही होगा। कुछ ऐसी ही स्थिति यहां बनी हुई है। मवेशी तस्कर के मोबाइल पर पुलिसवालों का फोन कई बार देखने को मिला है। पुलिसकर्मी ऐसे तस्करों को पकड़ने की जगह उल्टे मोबाइल पर सूचना दे देते हैं कि ननकीराम आ रहा है, भाग जाओ। पुलिस के अलावा ननकीराम के निशाने पर केंद्र व राज्य सरकार भी रही।
उन्होंने कहा कि बीफ निर्यात के क्षेत्र में देश पहले नंबर पर है। इसके लिए केंद्र व राज्य सरकार को बधाई और धन्यवाद देता हूं। अपने ढंग से नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि इसी तरह तस्करों को छूट दी जाती रही, तो गोवध का सिलसिला जारी रहेगा।
उन्होंने कहा, “मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गोवध रोकने की दिशा में कदम उठाने के लिए पत्र लिखा है। शिक्षा विभाग में आउटसोसिर्ंग का विरोध जनता कर रही है। प्रजातंत्र है, इस पर सरकार को विचार करना चाहिए।”
शराबबंदी के सवाल पर उन्होंने कहा कि गांव-गांव में महिलाएं शराबबंदी के लिए कमर कस रही हैं। सरकारी ठेके की दुकानें तो चल रही हैं, पर अवैध चल रही दुकानों पर अंकुश लगाना चाहिए।