चेन्नई, 26 नवंबर (आईएएनएस)। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने गुरुवार को केंद्र सरकार की टीम से राज्य में बाढ़ के कारण हुए नुकसान का शीघ्र आकलन करने और जल्द से जल्द रपट पेश करने का आग्रह किया।
केंद्र की आठ सदस्यीय टीम का नेतृत्व गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव टी.वी.एस.एन. प्रसाद कर रहे हैं। टीम ने मुख्यमंत्री जयललिता से मुलाकात की है।
जयललिता ने सदस्यों से कहा, “राहत और बुनियादी सुविधाओं की बहाली के लिए जितने धन की आवश्यकता है, वह राज्य में उपलब्ध संसाधनों से कहीं अधिक है।”
उन्होंने कहा, “इसलिए मैंने केंद्रीय टीम से राज्य में हुए नुकसान का विस्तार से आकलन करने और शीघ्रता से गृह मंत्रालय को अपनी रपट पेश करने का आग्रह किया है, ताकि केंद्र सरकार बिना किसी देरी के वित्तीय सहायता प्रदान कर सके।”
तमिलनाडु के चार जिलों कुड्डालोर, चेन्नई, तिरुवल्लुर और कांचीपुरम में पिछले दो सप्ताहों में भारी बारिश की वजह से 180 लोग मारे गए हैं।
बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए तुरंत टीम भेजने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए जयललिता ने कहा, “मुझे यकीन है कि अगले तीन दिनों में प्रभावित जिलों के दौरे में आप व्यापक क्षति का खुद जायजा ले सकेंगे।”
उन्होंने टीम के सदस्यों से कहा, “राज्य की एजेंसियों द्वारा किए गए बहुत अच्छे बचाव और राहत कार्य को भी आप देखेंगे।”
जयललिता ने 23 नवंबर को मोदी सरकार से बाढ़ से हुए नुकसान के मद्देनदर 8,481 करोड़ रुपये की राहत राशि देने के लिए एक ज्ञापन भेजा था।
उन्होंने 2,000 करोड़ रुपये की तत्काल राहत देने का भी अनुरोध किया था।
23 नवंबर को प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य को 939.63 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता जारी करने का आदेश दिया था।