स्टेट काउंसिल के ताइवान मामलों के कार्यालय से संबद्ध आन फेंगशान ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “ताइवान के लिए हमारी मौलिक नीतियां हमेशा ही स्पष्ट और सुसंगत रही हैं।”
स्टेट काउंसिल के ताइवान मामलों के कार्यालय से संबद्ध आन फेंगशान ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “ताइवान के लिए हमारी मौलिक नीतियां हमेशा ही स्पष्ट और सुसंगत रही हैं।”
आन ने कहा, “यह कोई मायने नहीं रखता कि अतीत में किस पार्टी या समूह ने किसकी वकालत की है। जब तक चीन और ताइवान साल 1992 की आम सहमति पर कायम हैं और यह स्वीकार करते हैं कि ताइवान चीन का एक हिस्सा है, हम उनके साथ आदान-प्रदान के लिए हमेशा तैयार हैं।”
आन का यह बयान ताइवान प्रो-इंडिपेंडेंस डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (डीपीपी) के उम्मीदवार साइ इंग-वेन द्वारा हालिया चुनाव में जीत दर्ज करने के एक महीने बाद आया है। साइ 20 मई को अपना कार्यभार संभाल सकते हैं।
चीन नए प्रशासन से कैसे तालमेल बिठाएगा, इस सवाल पर आन ने कहा, “वह 1992 की आम सहमति और ताइवान की स्वतंत्रता के लिए विपक्ष के राजनीतिक आधार पर ताइवान के साथ शांतिपूर्ण विकास और स्थिरता के लिए संबंधों को जारी रखेंगे।”
उन्होंने कहा, “हमने अलगाववादी गतिविधियों का सख्ती से विरोध किया है। साथ ही आगे भी चीन के संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए तैयार रहेंगे।”