लहासा, 26 अप्रैल (आईएएनएस)। नेपाल में शनिवार को आए तेज भूकंप के झटके तिब्बत में भी महसूस किए गए।
अधिकारियों ने रविवार को बताया कि तिब्बत में भूकंप से 17 लोगों की मौत हो गई और 53 लोग घायल हुए।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, नेपाल में आए पहले भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.9 आंकी गई, जिसके बाद भूकंप का दूसरा झटका महसूस किया गया, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.0 दर्ज की गई। नेपाल में भूकंप से 1,500 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।
नेपाल के पड़ोसी देशों तिब्बत, भारत, बांग्लादेश और पाकिस्तान के विभिन्न क्षेत्रों में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए।
राहत एवं बचाव कार्यो में जुटे अधिकारियों के मुताबिक, तिब्बत के न्यालम काउंटी में 12,000 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है और 7,000 को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। वहीं, गयीरोंग काउंटी में 5,000 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है।
न्यालम काउंटी में चार लोग लापता हैं, जिनमें से एक नेपाली नागरिक है।
भूकंप में 1,191 मकान तबाह हुए हैं और सड़के क्षतिग्रस्त हो गई हैं। संचार व्यवस्था भी बुरी तरह प्रभावित हुई है।
शीगेज काउंटी में 54 मंदिर भूकंप में क्षतिग्रस्त हुए हैं, लेकिन यहां किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
नेपाल में आए तेज भूकंप के प्रभाव में शनिवार शाम शीगेज के डिंगरी इलाके में 5.9 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए।
न्यालम काउंटी में शनिवार आधी रात के बाद लगभग 1.42 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिनकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.9 आंकी गई।
राहत एवं बचाव कार्यो में लगभग 600 सीमा सुरक्षा गार्डो को लगाया गया है। 3,000 बचावकर्मी और 87 खोजी कुत्तों को भूकंप प्रभावित इलाकों में भेजने की तैयारी है।
प्रशासन भूकंप प्रभावित इलाकों में तंबू, कंबल, कपड़े, दवाइयां और बोतल बंद पानी भेज रहा है।