ढाका, 20 फरवरी (आईएएनएस)। बांग्लादेश के दौरे पर गईं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को ढाका को भरोसा दिलाया कि तीस्ता नदी जल बंटवारा विवाद सुलझा लिया जाएगा।
बीडीन्यूज24 की रपट के मुताबिक ममता ने कहा, “मैं एक आम इंसान हूं और जमीन से जुड़ी हुई हूं। मेरी ओर से मैंने भूमि सीमा समझौते (एलबीए) को सुलझा दिया है। मुझ पर भरोसा रखिए तीस्ता मामले को भी सुलझा दूंगी।”
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के कड़े विरोध के बाद तीस्ता जल बंटवारा संधि को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था। ममता को डर था कि इस संधि से उनके राज्य के उत्तरी हिस्से में पानी की भारी समस्या पैदा हो जाएगी।
सितंबर 2011 में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को शर्मिदा किया था और जल बंटवारे के समझौते पर बांग्लादेश जा रहे प्रतिनिधिमंडल से अपना नाम वापस ले लिया था। वह दबाव बना रही थीं कि भारत इस मुद्दे को अपनी कार्यसूची से हटा दे।
भूमि सीमा समझौते पर ममता ने परिक्षेत्र में रहने वालों के लिए पुनर्वास पैकेज की मांग की थी। उन्होंने कहा कि इस बार एलबीए पर उन्होंने बहुत ही सकारात्मक रुख अपनाया था।
भूमि सीमा समझौता पारित होने के बाद भारत 17,160 एकड़ के 111 एन्क्लेव बांग्लादेश को सौंपेगा और बांग्लादेश से भारत को 7,110 एकड़ के 51 एन्क्लेव मिलेंगे। इन एन्क्लेवों में लगभग 51,000 लोग रहते हैं।
ममता गुरुवार से शुरू हुई अपनी तीन दिवसीय यात्रा पर बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल हामिद और प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात करने वाली हैं।