बता दें कि जसराना क्षेत्र की एक विवाहिता बीती 16 जून को सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हुई थी। आरोपी आपत्तिजनक फोटो खींच वायरल करने की धमकी देकर महिला से रुपये मांग रहे थे। रुपये न देने पर आरोपियों ने फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दी थी। इस मामले में पति ने गांव के ही तीन युवकों पर महिला से सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए पुलिस में तहरीर दी थी।
तहरीर देने के बाद 16 जुलाई को मुकदमा दर्ज हुआ था और 23 जुलाई को मुकदमे में सामूहिक दुष्कर्म की धारा जोड़ी गई। लेकिन शुक्रवार को पीड़िता ने कोर्ट में बयान दर्ज होने से पहले फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उस वक्त मृतका के पति ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा था कि एक महीने के बाद भी आरोपियों पर पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से आहत होकर और बदनामी के डर से उसकी पत्नी ने फांसी लगाकर जान दे दी।
वहीं शनिवार सुबह इस सामूहिक दुष्कर्म के मुख्य आरोपी अमित कुमार ने भी आत्महत्या कर ली। शनिवार की सुबह उसका शव घर में फांसी के फंदे से लटका मिला। मामले की सूचना मिलते ही आईजी राजा श्रीवास्तव व एसएसपी सचेंद्र पटेल समेत पुलिस बल गांव पहुंचा और घटना के बारे में जानकारी ली। पुलिस ने युवक के शव को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
इस मामले में एसएसपी सचिंद्र पटेल ने जसराना एसएचओ मुनीश चंद्र एवं एसएसआई सोमपाल सैनी को लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया है। साथ ही मामले में जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि हम घटना के हर पहलू की जांच करा रहे हैं। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी जल्द की जाएगी।
इस सम्बन्ध में आईजी आगरा राजा श्रीवास्तव ने कहा कि मामले की जांच चल रही है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।