इसाक क्रासिक नाम के इस योद्धा ने सिन्हुआ से मुलाकात में कहा कि कुछ इतिहासकार द्वितीय विश्व युद्ध के इतिहास को विकृत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी बातों को सही समझ सके, इसके लिए इतिहास को सही तरीके से पेश करना जरूरी है।
पूर्वी सोवियत रूस और उत्तरी चीन में फासीवादी सेना का मुकाबला करने वाले इसाक ने कहा, “यह देखकर दुख होता है कि किस तरह कुछ इतिहासकार इतिहास से छेड़छाड़ कर रहे हैं। गलत यहां तक कि बुरी जानकारी और फैसले युवा पीढ़ी पर थोप रहे हैं।”
इसाक ने द्वितीय विश्व युद्ध में हमलावरों को मात देने के उपलक्ष्य में मनाए जाने वाले विजय दिवस के लिए चीन के लोगों को बधाई दी।
इसाक ने कहा कि वह चीन के लोगों को देखते हैं तो लगता है कि अपने परिवार को देख रहे हैं। युद्ध में उन्होंने भी अपना परिवार खोया था और कई चीनियों को परिवार खोते हुए देखा था। उन्होंने चीन में जापान के जुल्म की कई सच्ची कहानियां सुनाईं। उन्होंने कहा कि शब्दों में इन्हें बयान करना कठिन है।
इसाक ने उन फिल्मों को भी आड़े हाथ लिया जो कथित रूप से द्वितीय विश्वयुद्ध की आधिकारिक अंदरूनी जानकारियां देने का दावा करती हैं। वह कहते हैं कि कई फिल्में ऐसी हैं जो नायक को खलनायक और खलनायक को नायक की तरह पेश करती हैं।