लखनऊ/कैराना, 17 जून (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले कैराना से हिन्दुओं के कथित पलायन के मुद्दे को लेकर पश्चिमी उप्र एक बार फिर सियासी मैदान बन गया है। सरधना से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक संगीत सोम ने जहां सरधना से कैराना तक ‘निर्भय यात्रा’ निकालने का ऐलान किया है, वहीं सपा के नेता अतुल प्रधान ने इसके विरोध में ‘सद्भावना यात्रा’ निकालने की बात कही है। जिला प्रशासन का कहना है कि कानून व्यवस्था को देखते हुए किसी को इस तरह की पदयात्रा निकालने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
भाजपा की ‘निर्भय यात्रा’ के जवाब में सरधना से सपा प्रत्याशी अतुल प्रधान ने ‘सद्भावना यात्रा’ का ऐलान किया है। इन दो पदयात्राओं को लेकर जिले का सियासी पारा चढ़ गया है। जिला प्रशासन का दावा है कि इन दोनों यात्राओं को नहीं निकलने दिया जाएगा।
कैराना से भाजपा सांसद हुकुम सिंह भी संगीत सोम से अपील कर चुके हैं कि वह यात्रा न निकालें, लेकिन संगीत सोम यात्रा निकालने पर अड़े हुए हैं।
सोम ने कहा, “‘निर्भय यात्रा’ समाज के लोगों को भयमुक्त करने और यह दर्शाने के लिए निकाली जा रही है कि भाजपा उनके साथ है। सांसद हुकुम सिंह मेरे आदरणीय हैं और उन्होंने कहा है कि मैं कैराना न पहुंचूं, पर मैं जाऊंगा और यह पदयात्रा निकाली जाएगी। जहां तक अनुमति की बात है तो मैं इस बारे में प्रशासन को लिखित जानकारी दे चुका हूं।”
इधर, सपा छात्रसभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सरधना विधानसभा सीट से सपा प्रत्याशी अतुल प्रधान के नेतृत्व में सरधना से ही ‘सद्भावना यात्रा’ निकाली जाएगी।
अतुल प्रधान ने कहा, “कैराना में कोई मुद्दा नहीं है। केवल चुनावी फायदे के लिए यह सब हुकुम सिंह ने किया है। देशभर से बड़े शहरों के लिए पलायन हो रहा है। कैराना में भी यही हुआ है। बेवजह लोगों में भय बताकर और आपसी भाईचारा को खराब करने के लिए यह माहौल बनाया जा रहा है।”
इस बीच मुजफ्फरनगर के जिलाधिकारी पंकज यादव ने कहा, “पदयात्रा के लिए भाजपा या सपा किसी के भी द्वारा कोई अनुमति नहीं मांगी गई है। जिले में धारा 144 लगी हुई है। सरधना के उपजिलाधिकारी को अवगत करा दिया गया है कि वे दोनों दलों के नेताओं को बता दें कि वे यह यात्रा न निकालें। किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा, माहौल नहीं बिगड़ने देंगे।”