नई दिल्ली, 16 नवंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल ने बुधवार को कहा कि नोटबंदी पर अध्यादेश लाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इस तरह के कदम उठाने के लिए पूरी तरह से अधिकृत हैं।
500 और 1,000 रुपये के नोटों को अमान्य घोषित किए जाने पर राज्यसभा में चर्चा के दौरान केंद्रीय उर्जा, कोयला, नवीन और नवीकरणीय उर्जा मंत्री गोयल ने कहा, “इस तरह के कदम उठाने के लिए प्रधानमंत्री पूरी तरह अधिकृत हैं। अध्यादेश लाने की कोई जरूरत नहीं है।”
गोयल ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) देश की मौद्रिक नीति का संचालन करती है और यह निर्णय आरबीआई बोर्ड द्वारा लिया गया है।
नोटबंदी के औचित्य का उल्लेख करते हुए गोयल ने कहा कि “कुल मुद्रा का 86 प्रतिशत 500 और 1,000 रुपये के नोट हैं। आरबीआई ने पाया कि वर्षो से 50 प्रतिशत मुद्रा उसकी तिजोरी में नहीं आए हैं और अर्थव्यवस्था में उपयोग नहीं किए जा रहे हैं। इसलिए, धन की बड़ी राशि कहीं छिपी हुई है।”
गोयल सदन में कांग्रेस नेता आनंद शर्मा के बयान का जवाब दे रहे थे।
उन्होंने आगे कहा, “यह भ्रष्ट लोगों के लिए कड़ी चेतावनी है कि सरकार आपके पैसे पर नजर रख रही है।”