नई दिल्ली, 17 सितम्बर (आईएएनएस)। एफएमसीजी डायरेक्ट सेलिंग कंपनी एम्वे इंडिया ने बच्चों में प्रोटीन के पोषण के लिए ‘प्रोटीन 4 चिल्ड्रेन’ अभियान शुरू किया है।
कंपनी ने एक बयान में बताया है कि इंडियन मेडिकल गैजेट में प्रकाशित एक हालिया अध्ययन के अनुसार भारत में प्रोटीन का अभाव एक बड़ी चिंता का विषय है। 80 प्रतिशत से अधिक भारतीयों के आहार में प्रोटीन कम होता है।
बयान के मुताबिक, जर्नल ऑफ फैमिली मेडिसिन एंड प्राइमरी केयर में प्रकाशित एक अन्य लेख से पता चलता है कि भारत में लगभग 50 प्रतिशत बच्चों में प्रोटीन की कमी है। एम्वे का ‘प्रोटीन 4 चिल्ड्रेन’ अभियान इस तथ्य पर केंद्रित है कि 5 से 12 वर्ष की आयु के बच्चों में प्रोटीन की आवश्यकता दोगुनी हो जाती है, ताकि उनकी वृद्धि को सहयोग मिले और किशोरवय में यह आवश्यकता और भी बढ़ जाती है।
कंपनी ने कहा है कि उसने व्यापक अभियान ‘प्रोटीन 4 चिल्ड्रन’ शुरू कर अभिभावकों को प्रोटीन के लाभ बताने का बीड़ा उठाया है। इस अभियान के एक हिस्से के तौर पर एम्वे अपने डायरेक्ट सेलर्स और देश के ग्राहकों को बच्चों में प्रोटीन की आवश्यकता समझाने के लिये कई पहलें कर रहा है।
कंपनी ने एक प्रोटीन कैल्कुलेटर एप भी लॉन्च किया है, जिससे प्रोटीन के सेवन की सही मात्रा का आकलन करने में मदद मिलती है और इसकी कमी के बारे में पता चलता है। एम्वे ने सोशल मीडिया पर ट्रिविया की एक श्रृंखला ‘डिड यू नो’ प्रस्तुत की है, ताकि बच्चों में प्रोटीन की जागरूकता को लेकर जागरूक किया जा सके।
बयान में कहा गया है कि इसके अलावा, एम्वे ने अग्रणी पोषण विशेषज्ञों के साथ मिलकर मजेदार और स्वादिष्ट रेसिपीज भी तैयार की हैं, जिन्हें न्यूट्रिलाइट ऑल प्लांट प्रोटीन पाउडर से आसानी से बनाया जा सकता है।
बाजार की संभावनाओं के बारे में एम्वे इंडिया के मुख्य विपणन अधिकारी संदीप शाह ने कहा, “यह अभियान जर्नल ऑफ फैमिली मेडिसिन एंड प्राइमरी केयर की इस रिपोर्ट पर आधारित है कि भारत में लगभग 50 प्रतिशत बच्चों में प्रोटीन की कमी है। यह ऐसी माताओं को लक्षित है, जिन पर हमारे देश के बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य का दायित्व है। इस अभियान के साथ हमारा लक्ष्य बच्चों की बढ़ती आयु में प्रोटीन के महत्व पर जोर देना है। यदि प्रोटीन की आवश्यक मात्रा आहार में उपलब्ध नहीं है, तो पूरक के बारे में सोचना चाहिए।”