पटना, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में मंगलवार शाम को आयोजित ‘दशहरा महोत्सव’ के दौरान असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक ‘रावण वध’ को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है।
इस समारोह में इस वर्ष आधुनिक तकनीकों का भी इस्तेमाल किया जाएगा। रावण वध के पहले राम और रावण के बीच संवाद भी होंगे।
दशहरा महोत्सव समिति के अध्यक्ष कमल नोपानी ने मंगलवार को बताया कि इस वर्ष रावण का पुतला 70 फुट का, कुंभकर्ण का 65 फुट और मेघनाद का पुतला 60 फुट ऊंचा बनाया गया है। पुतलों में 450 पटाखे भरे गए हैं। राम-लक्ष्मण के बाण लगते ही तीनों पुतले धू-धू कर जल उठेंगे। पुतला दहन के बाद आसमान में प्रदूषण रहित आतिशबाजी के नजारे दिखेंगे। इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम से होने वाली आतिशबाजी में स्विच और तारों के जरिए आसमान में आतिशबाजी की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि दो साल पहले यहां रावण दहन के बाद मची भगदड़ में 33 लोग मारे गए थे। ऐसी घटना न हो इसके लिए प्रशासन चौकस है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मंगलवार सुबह आयोजन स्थल का जायजा लेकर सुरक्षा प्रबंधों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ही इस आयोजन के मुख्य अतिथि होंगे। आयोजन को देखते हुए प्रशासन ने कई दिशा निर्देश जारी किए हैं।
नोपानी ने बताया कि राम-रावण युद्ध समेत रामायण के अन्य प्रसंग के दौरान साउंड इफेक्ट के साथ पात्रों के बीच संवाद सबसे अलग और खास आकर्षण होगा।
भीड़ को देखते हुए गांधी मैदान में दर्शकों का प्रवेश मंगलवार दोपहर बाद एक बजे से प्रारंभ कर दिया जाएगा। मैदान के कुल 13 गेट में से 12 गेटों से दर्शकों का प्रवेश होगा।
समिति के अधिकारियों ने बताया कि शाम पांच बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राम-लक्ष्मण की आरती उतारेंगे और आखिर में रावण दहन होगा।
कार्यक्रम के दौरान गांधी मैदान की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रहेगी। इसको लेकर पटना पुलिस सतर्क हैं। पटना के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि गांधी मैदान की त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। पुलिस के जवानों को पूरे मैदान के अंदर और बाहर तैनात किया जा रहा है।