वाशिंगटन, 4 फरवरी (आईएएनएस)। भारत-अमेरिका परमाणु समझौते की कुछ औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए अमेरिका तथा भारत के अधिकारी जल्द ही मुलाकात करेंगे। एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने यह जानकारी दी।
राष्ट्रपति कार्यालय में दक्षिण एशिया मामलों के निदेशक फिल रेनर ने मंगलवार को विदेशी मीडिया से कहा, “असैन्य परमाणु समझौते को लेकर जो भी सफलता आप देख रहे हैं, वह नीतिगत स्तर पर है। अब इसमें आगे कोई बाधा नहीं है।”
उन्होंने कहा, “अब इसे लागू किया जाना है और कंपनियां जो फैसले लेती हैं, उसमें सरकार आवश्यक तौर पर शामिल नहीं होती।”
रेनर ने कहा, “लेकिन अब हमने उस बाधा को दूर कर लिया है, जिस पर कंपनियां पीछे हट रही थीं।”
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि उत्तरदायित्व के मुद्दे पर समझ दोनों सरकारों के बीच है और अब वाणिज्यिक करार करने से पहले अपने जोखिम के आकलन का काम कंपनियों का है।
रेनर ने कहा, “अभी भी कुछ मुद्दे हैं, जिन्हें सुलझाने की जरूरत है। उदाहरण के तौर पर निकट भविष्य में एक सम्मेलन करने की जरूरत है, जिसमें इस बात पर चर्चा होगी कि बीमा पूल किस प्रकार बनाया जाए, ताकि यह समझौता वास्तविकता का रूप ले सके।”