गुवाहाटी, 1 नवंबर (आईएएनएस)। असम के पर्यावरण एवं वन मंत्री अतुवा मुंडा ने शनिवार को काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान पर्यटकों के लिए खोल दिया। इस उद्यान को फिलहाल वर्ष 2015-16 के लिए खोला गया है।
उन्होंने इस अवसर पर उद्यान में और उसके आस-पास गंडों के अवैध शिकार पर रोक लगाने के लिए अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की।
इस उद्यान के मिहिमुख वन क्षेत्र में आयोजित एक समारोह में मंत्री ने इसे पर्यटकों के लिए औपचारिक रूप से खोल दिया। उन्होंने वन्य जीव संरक्षण के लिए वन विभाग के अधिकारियों तथा सुरक्षाकर्मियों की आपसी सामंजस्य के लिए प्रशंसा की।
इस उद्यान को संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने विश्व विरासत स्थल घोषित किया है, जिसमें इस वक्त एक सींग वाले 2,400 गैंडे रहते हैं। यहां हाथी, बारहसिंगा, जंगली भैंस और बाघ भी हैं।
काजीरंगा उद्यान बागोरी, अगरातोली और काहरा क्षेत्र को भी पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है।
काजीरंगा के प्रभागीय वन अधिकारी एस.के. सील शर्मा ने आईएएनएस को बताया, “घरेलू और विदेशी पर्यटक काफी समय से उद्यान के खुलने का इंतजार कर रहे थे। कई पर्यटकों ने उद्यान के पास के होटलों और रिसॉर्ट में पहले से ही कमरे बुक करा लिए हैं।”
वन अधिकारी ने बताया कि पर्यटकों के लिए शनिवार से ही जीप सफारी और हाथी सफारी की व्यवस्था कर दी गई है।
उद्यान को हर साल एक नवंबर से अप्रैल महीने के आखिर तक पर्यटकों के लिए खोल दिया जाता है। लेकिन एक मई से वर्षा ऋतु और अक्सर आने वाली बाढ़ के मद्देनजर इन्हें बंद कर दिया जाता है।