इस्लामाबाद, 21 नवंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक कारखाने के मालिक व कर्मचारियों पर ईशनिंदा के आरोप के बाद गुस्साई भीड़ ने कारखाने में आग लगा दी।
डान ऑनलाइन की एक रपट के मुताबिक, झेलम जिले में शुक्रवार रात कारखाने में हुए इस हमले में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
चिपबोर्ड बनाने वाले इस कारखाने के कुछ कर्मचारियों के खिलाफ यह अफवाह फैलाई गई थी कि उन्होंने पवित्र कुरान के पन्नों को जलाया है। इसके बाद पुलिस ने पांच संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया गया था, बाद में चार लोगों को छोड़ दिया गया।
इन चार लोगों की रिहाई के खिलाफ घोषणाएं करने के लिए क्षेत्रीय लोगों ने स्थानीय मस्जिदों का दरवाजा खटखटाया।
घोषणाओं के बाद कुछ लोग इकट्ठा हुए और कारखाने में आग लगा दी।
इसके बाद भीड़ ने ग्रैंड ट्रंक रोड को अवरुद्ध कर दिया और पुलिस के खिलाफ जमकर नारे लगाए।
पुलिस ने हवाई फायरिंग करते हुए भीड़ पर आंसू गैस और रबर की गोलियां बरसाईं, जिससे 3 लोग कथित तौर पर घायल हो गए।
झेलम जिले के जिला समन्वय अधिकारी (डीसीओ) मुजाहिद अकबर ने भीड़ के कुछ सदस्यों से बात करने की कोशिश की, लेकिन किसी तरह का उचित नतीजा निकलकर नहीं आया।
इसके बाद सशस्त्र सैनिकों को बुलाकर हमले के 6 घंटे के बाद रास्तों को खोला गया।
ईशनिंदा एक संवेदनशील मुद्दा है, जिसकी वजह से अक्सर पाकिस्तान में अफवाहों के आधार पर हिंसा और हत्याएं होती हैं।