नई दिल्ली, 24 मार्च (आईएएनएस)। पूर्व सेना प्रमुख व विदेश राज्यमंत्री वी.के.सिंह ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान दिवस समारोह में शिरकत करना एक कूटनीतिक शिष्टता थी और इसपर मचे हो-हल्ले पर उन्होंने आश्चर्य जताया।
समाचार चैनल टाइम्स नाउ से बातचीत में सिंह ने स्पष्ट किया कि सोमवार शाम पाकिस्तानी उच्चायोग में आयोजित समारोह में वह सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।
इस समारोह में हुर्रियत कांफ्रेंस के दोनों धड़े तथा जम्मू एवं कश्मीर के कुछ अन्य अलगाववादी संगठनों के नेता मौजूद थे।
सिंह ने कहा कि हुर्रियत कांफ्रेंस इस समारोह में बीते 20 वर्षो से शिरकत करता आ रहा है।
उन्होंने पूछा, “हुर्रियत पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस में बीते 20 वर्षो से शामिल होता आ रहा है, क्या यह पहली बार हुआ है?
उन्होंने कहा कि सरकार इस तरह के समारोह में शामिल होने के लिए एक व्यक्ति को नामित करती है।
सिंह ने कहा, “सरकार ने समारोह में शामिल होने के लिए एक व्यक्ति को नामित किया। सरकार सभी दूतावासों में सभी राष्ट्रीय दिवसों में हिस्सा लेती है।”
टेलीविजन चैनल पर वी.के.सिंह की यह टिप्पणी सोमवार को उनके द्वारा की गई श्रृंखलाबद्ध ट्वीटों के मद्देनजर आई है। कार्यक्रम से लौटने के बाद केंद्रीय मंत्री ने ट्विटर पर हैशटैग (कर्तव्य) और हैशटैग (असंतोष) पर एक के बाद एक कई ट्वीट किए, जिसपर खासा विवाद हुआ।
सिंह ने हैशटैग ‘कर्तव्य’ के साथ ट्वीट किया, “एक टास्क या ऐक्शन, जिसे करने के लिए व्यक्ति नैतिक या कानूनी कारणों से विवश होता है।” उन्होंने इस हैशटैग के साथ एक और ट्वीट में लिखा, “जॉब या सर्विस जो आपके लिए निर्धारित होती है।”
फिर उन्होंने हैशटैग ‘असंतोष’ के साथ ट्वीट किया, “नफरत के अहसास या नफरत से भरने के लिए।”
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने मंगलवार को कहा कि वी.के.सिंह को अपना पद छोड़ देना चाहिए, अगर वह घृणापूर्ण महसूस कर रहे हैं।
तिवारी ने संवाददाताओं से कहा, “पाकिस्तान पर सरकार के दोहरे रवैये से अगर उन्हें घृणा हो रही है, तो उन्हें अपना पद छोड़ देना चाहिए।”
उल्लेखनीय है कि सोमवार को पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस पर पाकिस्तानी उच्चायोग में एक समारोह में हिस्सा लेने वी.के.सिंह गए थे, जहां उन्होंने उच्चायुक्त अब्दुल बासित से मुलाकात की थी। वे वहां 10 मिनट तक ठहरे।