इस्लामाबाद, 23 फरवरी (आईएएनएस)। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की स्कूली पाठ्यपुस्तक बोर्ड ने भ्रष्टाचार से बचने और समाज में सौहार्द स्थापित करने की शिक्षा देने के उद्देश्य से पवित्र ग्रंथ कुरान और हदीस की आयतों एवं सुविचारों को पाठ्यपुस्तकों में शामिल किया है। मीडिया में सोमवार को आई रपटों से यह जानकारी मिली।
समाचार पत्र ‘डान’ के वेब संस्करण पर प्रसारित रपट के अनुसार, यह पहल समाज में फैली भ्रष्टाचार की बुराई के प्रति जागरूकता में तेजी लाने के उद्देश्य से की गई है।
पाठ्यक्रम में शामिल किए गए कुरान के सूरा अल हजरात की 10वीं आयत में एकता का संदेश दिया गया है और साथ ही यह भी कहा गया है, “सभी मुस्लिम आपस में भाई हैं, इसलिए दो भाइयों के बीच शांति स्थापित करें और अल्लाह से डरें ताकि अल्लाह तुम पर रहम बख्शे।”
सूत्रों के अनुसार, भ्रष्टाचार और सांप्रदयिकता से बचने की शिक्षा देने के लिए इसी तरह की अनेक आयतें कक्षा एक से कक्षा 12 तक की पुस्तकों में शामिल की गई हैं।
सूत्रों ने यह भी बताया कि पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं तथा अप्रैल से शुरू होने वाले सत्र से विद्यार्थियों को दी जाएंगी।
उन्होंने कहा कि पैगंबर मोहम्मद के पवित्र संदेशों को पाठ्यपुस्तकों में शामिल करने का यह निर्णय राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो और पाठ्यक्रम एवं शिक्षक शिक्षा निदेशालय से विचार विमर्श करने के बाद लिया गया।
उन्होंने बताया कि पिछली सरकार द्वारा आतंकवाद के खिलाफ और शांति के पक्ष में शामिल की गई विषयवस्तु को हटाकर इन आयतों और सुविचारों को शामिल किया जाएगा।
पाठ्यपुस्तकों में कुरान और हदीस की इन आयतों सहित ऐसे 100 से अधिक संदेशों को शामिल किया गया है।