इस्लामाबाद, 3 फरवरी (आईएएनएस)। पाकिस्तान में मंगलवार को लश्कर-ए-झांगवी के दो आतंकवादियों को फांसी दे दी गई। उन्हें 2004 में आतंकवाद विरोधी एक अदालत ने हत्या का दोषी पाते हुए सजा सुनाई थी।
समाचार पत्र ‘डॉन’ की वेबसाइट की एक रिपोर्ट के अनुसार, दो आतंकवादियों- अताउल्लाह और मोहम्मद आजम को आतंकवाद विरोधी एक अदालत ने जुलाई 2004 में अली राजा पिरानी की हत्या का दोषी ठहराते हुए मृत्युदंड दिया था। अली की कराची में जून 2001 में हत्या कर दी गई थी।
दोषियों ने सजा के खिलाफ सिंध उच्च न्यायालय और फिर सर्वोच्च न्यायालय में अपील की थी, लेकिन दोनों जगह से उन्हें निराशा हाथ लगी।
राष्ट्रपति ममून हुसैन ने भी उनकी दया याचिकाएं खारिज कर दी।
दोनों दोषी ठहराए गए आतंकवादियों को फांसी देने के लिए 24 जनवरी को वारंट जारी किया गया था।
पाकिस्तान की सरकार ने पिछले साल 16 दिसंबर को पेशावर के एक सैनिक स्कूल पर हुए हमले के बाद आतंकवादी मामलों में फांसी की सजा देने पर से रोक हटा दी है। स्कूल पर हुए इस हमले में 141 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकांश विद्यार्थी थे।