नई दिल्ली, 1 जुलाई (आईएएनएस)। रक्षा मंत्री मनोहर पíरकर ने शुक्रवार को स्वदेशी निर्मित लड़ाकू विमान ‘तेजस’ के भारतीय वायुसेना (आईएएफ) में सफलतापूर्वक शामिल होने पर इसे बनाने वाले हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) और एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए) को बधाई दी।
पर्रिकर ने ट्विटर पर लिखा, “स्वदेशी तकनीक से विकसित तेजस लड़ाकू विमान के सफलातपूर्वक शामिल होने पर एचएएल एवं एडीए को बधाई हो।”
उन्होंने इस सफलता को ‘राष्ट्रीय गौरव’ बताया और उम्मीद जताई कि तेजस विमान निर्माण के क्षेत्र में भारत की क्षमता को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
रक्षा मंत्री ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “गौरव का पल। स्वदेशी तकनीक से विकसित लड़ाकू विमान वायुसेना में शामिल हुआ। तेजस हमारी क्षमता को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।”
भारतीय वायुसेना ने यहां शुक्रवार को दो हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) को अपने ‘फ्लाइंग डैगर्स 45’ दस्ते में शामिल कर लिया।
पíरकर ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ), इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (आईएआई), वायुसेना एवं उद्योगों को गुरुवार को जमीन से हवा में मार करने वाली मध्यम दूरी की भारत-इजरायल मध्य दूरी की मिसाइल (एमआरएसएएम) के सफल परीक्षण के लिए भी बधाई दी।
उन्होंने ट्वीट में लिखा, “मैं भारत के डीआरडीओ, आईएआई, वायुसेना एवं उद्योगों को एमआरएसएएम हथियार प्रणाली की लगातार तिहरी सफलता पर मुबारकबाद देता हूं।”
भारत ने गुरुवार को ओडिशा के तट से दूर सतह से हवा में मार करने वाली मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया।
मिसाइल को डीआरडीओ एवं इजरायल के डेवलपमेंट ऑफ वेपन्स एंड टेक्नोलॉजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रशासन ने मिलकर तैयार किया है। मिसाइल 70 किलोमीटर तक लक्ष्य को भेद सकती है।