लंदन, 16 सितंबर (आईएएनएस)। जो बच्चे काल्पनिक खेलों में रमे रहते हैं, वे रचनात्मक सोच में काफी बढ़िया होते हैं। एक शोध में यह बात सामने आई है।
शोध में पाया गया कि जो बच्चे काल्पनिक खेलों का आनंद लेते हैं, वे ज्यादा रचनात्मक हैं और जो बच्चे ज्यादा रचनात्मक हैं वे ज्यादा काल्पनिक खेलों में शामिल होते हैं।
ब्रिटेन स्थित ऑक्सफोर्ड ब्रुक्स यूनिवर्सिटी की मुख्य शोधकर्ता लुइस बंस ने कहा कि सैद्धांतिक रूप से इसका कारण यह है कि खेल के जरिए मौजूदा हकीकत से अलग दुनिया को देखने के लिए कल्पना की जरूरत होती है, जो रचनात्मक सोच के लिए भी जरूरी है।
शोधकर्ता के मुताबिक, काल्पनिक खेलों में बच्चों द्वारा चाय पार्टी करना, अध्यापक बन जाना, शेर से लड़ना और बिना नुकसान हुए बच जाना, हेलीकॉप्टर से स्कूल जाने की कल्पना करने के अलावा और भी कई असंभव बातें शामिल होती हैं।
इस शोध में बच्चों की कल्पनाओं की सीमा का आकलन करने के लिए चार से आठ साल की उम्र के 70 बच्चों का साक्षात्कार लिया गया।
बच्चों को तीन रचनात्मक कार्य भी करने के लिए दिए गए। पहले काम में उनसे ‘लाल’ को लेकर जितना संभव हो, उतनी कल्पना करने के लिए कहा गया। दूसरे कार्य में उनसे ए-बी कमरों में कई संभव तरीकों से पूरे कमरे में घूमकर दिखाने के लिए कहा गया और तीसरे कार्य में एक काल्पनिक और एक वास्तविक शख्स का चित्रण करने के लिए कहा गया।
जिन बच्चों ने ज्यादा कल्पनाएं कीं, वे तीनों कार्यो में ज्यादा अंक पाए।
बंस ने कहा कि इस परिणाम से पता चलता है कि काल्पनिक खेलों से बच्चों को जोड़ने से रचनात्मक सोच का विकास होता है।
उन्होंने कहा, “रचनात्मक सोच की कौशल को विकसित करने के लिए बच्चों को काल्पनिक खेलों से जोड़ने के लिए अभिभावक और अध्यापक बच्चों को प्रोत्साहित करने के बारे में विचार कर सकते हैं।”
इस शोध के निष्कर्षो को बेलफास्ट में ब्रिटिश साइकोलॉजिकल सोसायटी की विकासात्मक मनोविज्ञान विभाग के वार्षिक सम्मेलन में प्रस्तुत किया गया।