पटना, 30 अगस्त (आईएएनएस)। बाढ़ संकट से जूझ रहे बिहार के प्रति मोदी सरकार की उदासीनता से क्षुब्ध राज्य की सत्ताधरी पार्टी जनता दल (युनाइटेड) ने मंगलवार को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर केन्द्र सरकार में प्रदेश के सात मंत्रियों ने केंद्र से जल्द बाढ़ राहत पैकेज नहीं दिलवाया तो उन्हें बिहार में घुसने नहीं दिया जाएगा।
जद (यू) के प्रवक्ता संजय सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा कि बिहार में आई बाढ़ के लिए अब तक राहत पैकेज की घोषणा नहीं करना केन्द्र की दोहरी नीतियों का परिचायक है।
उन्होंने कहा कि अगर बिहार के लिए बाढ़ राहत पैकेज की घोषणा तुरंत नहीं की गई तो पार्टी आंदोलन करेगी और कार्यकर्ता दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री आवास का घेराव करेंगे।
जद (यू) के नेता ने कहा, “केन्द्र सरकार के मंत्री आजकल रोज बिहार का दौरा कर रहे हैं और राहत शिविर में जाकर बाढ़ पीड़ितों के साथ खाना खा रहे हैं और उनके साथ तस्वीरें खिंचवाकर सोशल मीडिया पर डालकर दिखावा कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “अगर इन मंत्रियों ने बिहार को जल्द राहत पैकेज नहीं दिलवाया तो उन्हें बिहार में घुसने नहीं दिया जाएगा।”
उन्होंने कहा कि कश्मीर में आई बाढ़ के तुरंत बाद प्रधानमंत्री ने राहत पैकेज की घोषणा कर दी थी, लेकिन बिहार की उन्हें सुध नहीं है। वे इस राज्य के साथ भेदभाव कर रहे हैं।
उधर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उपाध्यक्ष संजय मयूख ने जद (यू) के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि बाढ़ पर सियासत करने की बजाय बिहार सरकार को बाढ़ पीड़ितों को राहत पहुंचाना चाहिए।
उन्होंने कहा, “केन्द्रीय मंत्रियों को बिहार आने के लिए बिहार सरकार से पासपोर्ट और वीजा लेने की आवश्यकता नहीं है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सभी नेता बिहार के लोगों की सेवा करने को प्रतिबद्ध हैं।”