चंडीगढ़, 9 दिसम्बर (आईएएनएस)। पंजाब सरकार द्वारा राज्य के आर्थिक मामलों के संचालन के लिए सरकारी संपत्तियों को बेचने और गिरवी रखने पर आम आदमी पार्टी (आप) ने निशाना साधते हुए बुधवार को आरोप लगाया है कि पिछले कुछ वर्षो में बादल परिवार की संपत्ति कई गुना बढ़ी है, जबकि राज्य कंगाली की हालत में पहुंच चुका है।
आप का दावा है कि मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उनके नजदीकी पारिवारिक सदस्यों की संपत्ति 2007 से कई गुना बढ़ चुकी है।
बादल की पार्टी शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता दल (भाजपा) का गठबंधन राज्य में 2007 से सत्ता में है।
मीडिया में आई खबरों का हवाला देते हुए आप ने कहा कि बादल सरकार ने विधवाओं के लिए बनी एक इमारत और कई अन्य सरकारी इमारतों को अधिक से अधिक ऋण लेने के मकसद से गिरवी रख दिया है।
आप ने बुधवार को एक वक्तव्य जारी कर कहा, “मौजूदा बादल सरकार ने पंजाब को कंगाली की हालत में पहुंचा दिया है और अकाली दल-भाजपा के गठबंधन वाली राज्य सरकार के शासन में राज्य में स्थितियां बद से बदतर हो चुकी हैं।”
आप ने कहा, “एक तरफ तो बादल परिवार की संपत्ति पिछले कुछ वर्षो में कई गुना बढ़ गई, जबकि दूसरी ओर राज्य में छोटे स्तर के उद्योग बंद होने की कगार पर हैं। बादल परिवार के हस्तक्षेप से तंग आकर बड़ी संख्या में उद्योग धंधों ने दूसरे राज्यों का रुख किया है।”
बादल परिवार का कारोबार होटल एवं रेसॉर्ट, मीडिया, इंफ्रास्ट्रक्चर, कृषि और अन्य कई क्षेत्रों तक फैला हुआ है।
आप ने कहा, “मौजूदा स्थिति ऐसी है कि पंजाब सरकार के पास इतना रुपया भी नहीं है कि वे राज्य के रोजमर्रा के काम चला सकें। राज्य के सरकारी कर्मचारियों का वेतन कई महीने से रुका हुआ है।”
आप ने अपने वक्तव्य में आगे कहा, “मोहाली स्थित पुडा भवन सहित राज्य की करीब सभी महत्वपूर्ण इमारतें गिरवी रखने के बाद अब राज्य की जेलों और विधवा आश्रम, जहां महात्मा गांधी भी रुक चुके हैं, को भी धन उगाही के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।”
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का परिवार राज्य में लगभग सभी अहम पदों पर आसीन है।
मुख्यमंत्री के बेटे सुखबीर सिंह बादल जहां राज्य के उप मुख्यमंत्री और अकाली दल के अध्यक्ष हैं तथा पार्टी और सरकार के कामकाज में काफी दखल रखते हैं।
मुख्यमंत्री की बहू हरसिमरत कौर केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हैं।
मुख्यमंत्री के दामाद आदेश प्रताप सिंह कैरों राज्य मंत्रिमंडल में काबीना मंत्री हैं और हरसिमरत के छोटे भाई भी बिक्रम सिंह मजीठिया भी काबीना मंत्री हैं।