नई दिल्ली, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)। पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र के पूर्व सांसद और भाजपा नेता उदय सिंह ने निर्दोष कैदियों को रिहा कराने की पहल की है। पूर्व सांसद की पहल से जेल में बंद तीन निर्दोष कैदियों को रिहा कर दिया गया है।
पूर्व सांसद उदय सिंह ने बताया कि बिहार के पूर्णिया लोकसभा विकास परिषद के अधीन गरीबों को इंसाफ दिलाने के लिए वकीलों की स्थायी कमिटी बनाई गई है, जो ज्यादातर ऐसे मामलों को हाथ में ले रही है, जिसमें बिना किसी कसूर के लोगों को जेल में डाल दिया गया है। पहले दौर में वकीलों की कमिटी ने अब तक तीन कैदियों को रिहा कराया है, जिसमें एक महिला भी शामिल है।
पूर्व लोकसभा सांसद ने बताया कि पूर्णिया में आपराधिक घटनाएं बढ़ गई हैं। अपराधियों की हिम्मत दिनों दिन बढ़ रही है। 2004 से पहले जैसे हालात लौट रहे हैं। अक्सर देखा जाता है कि दबंग निर्दोष लोगों को झूठे केस में फंसा देते हैं। पैसों का लेन-देन और अपहरण के बाद फिरौती मांगना ही सारे अपराधों की जड़ है।
पूर्व लोकसभा सांसद ने निर्दोषों और बेकसूरों की जेल से रिहाई की जमीन तैयार करने के लिए वकीलों की स्थायी कमिटी बनाई है। उनका कहना है कि पूर्णिया जेल में कई ऐसे कैदी हैं, जो सिर्फ इसलिए जेल में बंद हैं क्योंकि उनके पास पैसे नहीं हैं और साथ ही उनकी पैरवी करने वाला कोई नहीं है। इसके बाद जेलर से आग्रह किया गया कि ऐसे लोगों के बारे में बताएं, जिनकी सजा पूरी हो गई है, लेकिन जमानत न होने के कारण जेल से निकल नहीं पा रहे हैं।
पूर्व सांसद ने बताया कि जेलर ने 17 लोगों के बारे में बताया, जो रिहाई की कगार पर हैं। उसके बाद वकील दिलीप कुमार दीपक और रजनीश टुड्डू से कहा गया कि वो इनके लिए काम करें। इसके लिए पूर्णिया लोकसभा विकास परिषद सारी व्यवस्था करेगा।
वकील दिलीप कुमार दीपक ने रामवती देवी को जमानत दिलाई। इस महिला पर आरोप है कि जब पुलिस ने महिला के घर पर छापा मारा तो वह शराब की बोतल हाथ में लेकर भाग रही थी। पुलिस ने पीछा कर महिला को गिरफ्तार किया। रजनीश टुड्डू ने बिलोचन ऋषि को बेल पर जेल से बाहर निकाला है। निर्मल ऋषि को भी जमानत दिलाई गई है। उदय सिंह ने बताया कि ये प्रक्रिया लगातार चलती रहेगी। पूर्णिया लोकसभा विकास परिषद आगे भी लोगों को न्याय दिलाने के काम करती रहेगी।