तिरुअनंतपुरम, 16 नवंबर (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केरल इकाई ने सोमवार को केरल कांग्रेस (मणि) की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया है। केरल कांग्रेस (मणि) सत्तारूढ़ संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है। भाजपा ने केरल कांग्रेस (मणि) के सामने अगले साल विधानसभा चुनाव साथ लड़ने का प्रस्ताव रखा है।
केरल कांग्रेस (मणि) के प्रमुख के.एम.मणि को रिश्वतखोरी के मामले में केरल उच्च न्यायालय के एक आदेश के बाद राज्य के वित्तमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा है। मणि इस मामले में आरोपी हैं।
भाजपा की केरल इकाई के अध्यक्ष वी.मुरलीधरन ने कहा कि अगर केरल कांग्रेस (मणि) भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन में आना चाहेगी तो उसका दिल खोलकर स्वागत किया जाएगा।
उन्होंने कहा, “हम कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग को छोड़कर किसी भी पार्टी का स्वागत करने के लिए तैयार हैं।”
मुरलीधरन ने कहा, “देखिए, हम मणि के भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़े जो कि एक व्यक्ति हैं। लेकिन हमें केरल कांग्रेस (मणि) से कोई समस्या नहीं है जो कि एक पार्टी है। हमने कभी नहीं कहा कि यह पार्टी भ्रष्ट है।”
अक्टूबर 2014 में बार मालिक बीजू रमेश ने आरोप लगाया था कि राज्य में बंद पड़े मयखानों को खोलने के लिए मणि ने एक करोड़ रुपये की रिश्वत ली थी।
इस मामले में कानूनी लड़ाई के एक साल बाद मणि ने बीते सोमवार वित्तमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
माकपा के राज्य सचिव कोडियारी बालाकृष्णन ने भाजपा के इस नए पैंतरे पर संवाददाताओं से कहा, “भाजपा जो कहती है, उसके उलट करती है। कहा था कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे हैं और अब देखिए, मणि की ही पार्टी को फुसलाया जा रहा है। भाजपा हमेशा से मणि के प्रति नरम रही है।”
भाजपा को केरल में आज तक एक भी विधानसभा सीट पर भी जीत नहीं मिली है। पार्टी अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में अपना रिकार्ड सुधारने की पूरी कोशिश कर रही है।