नई दिल्ली, 3 सितंबर (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल-युनाइडेट (जदयू) ने गुरुवार को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डीएनए टिप्पणी की अपने-अपने हिसाब से व्याख्या की और एक-दूसरे पर राजनैतिक बढ़त साबित करने की कोशिश की।
नई दिल्ली, 3 सितंबर (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल-युनाइडेट (जदयू) ने गुरुवार को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डीएनए टिप्पणी की अपने-अपने हिसाब से व्याख्या की और एक-दूसरे पर राजनैतिक बढ़त साबित करने की कोशिश की।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कहना है कि मोदी की डीएनए टिप्पणी बिहार के लोगों का अपमान है। भाजपा ने जवाब में कहा है कि जदयू नेता नीतीश का डीएनए लालू यादव से प्रभावित हो गया है।
मोदी ने मुजफ्फरपुर की रैली में जीतनराम मांझी को जदयू से निकाले जाने के संदर्भ में कहा था कि नीतीश के डीएनए में कुछ गड़बड़ लगती है।
भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी ने संवाददाताओं से गुरुवार को कहा, “नीतीश का अहंकार बोल रहा है। उनका व्यवहार बदल गया है। ऐसा लगता है कि उनका डीएनए लालू से प्रभावित हो गया है।”
उन्होंने कहा, “नीतीश भी लालू की तरह ही बोलने लगे हैं। उनके व्यवहार से उन पर लालू के डीएनए का असर दिखा रहा है। नीतीश-लालू के जंगलराज के सिपाही बन गए हैं। लोग जंगलराज पार्ट-2 को आने नहीं देंगे।”
रूडी ने कहा कि नीतीश ने बिहार के लोगों को जाति के आधार पर बांटने की कोशिश की है।
उधर, पटना में मोदी की डीएनए टिप्पणी के खिलाफ जदयू ने गुरुवार से रोजाना बाल और नाखून के एक लाख नमूने प्रधानमंत्री दफ्तर भेजने का फैसला किया है।
यह जानकारी जदयू नेता एन.के. आर्या ने दी। उन्होंने कहा कि 15 अक्टूबर तक ऐसे 50 लाख नमूने भेजे जाएंगे।
उन्होंने कहा, “हम 10 लाख नमूने जमा कर चुके हैं। सभी नेताओं को अपने-अपने क्षेत्रों से नमूने एकत्र करने का लक्ष्य दिया गया है।”
जदयू ने प्रधानमंत्री से टिप्पणी वापस लेने की मांग करते हुए ‘शब्द वापसी अभियान’ भी छेड़ दिया है।