इंफाल, 9 सितंबर (आईएएनएस)। भारत-म्यांमार सीमावर्ती क्षेत्र मोरेह में दर्जनों सूअर बुखार की चपेट में हैं। इनमें से कई की मौत भी हो गई है। पशु स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि की।
अधिकारियों ने संवाददाताओं को बताया कि इस जानलेवा बीमारी के दूसरे इलाकों में फैलने से रोकने के उपाय सुनिश्चित किए जा रहे हैं।
हालांकि वे जनजातीय सूअर मालिकों की इस शिकायत से बचते रहे कि मोरेह के पशु चिकित्सक कहते हैं कि फ्लू से बचाव का टीका नहीं है और दवा रखने के लिए यहां एक मात्र रेफ्रिजरेटर है, जो चार साल से बेकार पड़ा है।
अधिकारी ने कहा कि कुछ सूअरों की मौत हो गई है, जबकि कई अन्य अभी बीमार हैं।
एक अधिकारी ने कहा, “यह मणिपुर के सूअरों में होने वाली यह आम बीमारी है। इसमें सूअरों की भूख मर जाती है और वे नींद से भरे रहते हैं और अंतत: मर जाते हैं। समय पर दवा देकर इन सूअरों को बचाया जा सकता है।”
हालांकि सूअरों में बुखार के प्रकोप की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। मगर जिला प्रशासन ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार से सूअर के मांस के आयात पर रोक लगाई है। इससे मांस की खपत और बिक्री में कमी आई है।
बुखार के प्रकोप को देखते हुए स्थानीय निवासी आवासीय क्षेत्रों में सूअरों के रखे जाने के खिलाफ हैं। उनकी शिकायतों की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन ध्यान नहीं दिया जा रहा है।