भोपाल, 21 जुलाई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में जारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया हैं। नदी, नाले उफान पर हैं, आवागमन बाधित है, निचली आवासीय बस्तियां जलमग्न हो गई हैं। उज्जैन में महाकाल मंदिर के ज्योतिर्लिग तक पानी पहुंच गया है।
राज्य में बीते तीन दिनों से जारी बारिश कहर बन गई है। प्रदेश की नर्मदा, बेतवा, क्षिप्रा सहित अन्य नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके चलते राज्य के कई हिस्सों से सड़क संपर्क टूटा हुआ है।
उज्जैन जिले में बारिश से पूरा शहर ही टापू में बदल गया है। क्षिप्रा नदी का पानी सड़क से लेकर घरों तक में भर गया है। क्षिप्रा नदी के तट पर रामघाट, नरसिंहघाट, दत्तघाट पर स्थित मंदिर भी पानी से डूबे हुए हैं। महाकाल मंदिर के गर्भगृह में ज्योतिर्लिग तक जलमग्न हो गया है। इस वजह से मंगलवार पुजारियों और भक्तों ने सुबह की भस्मारती पानी में खड़े होकर की।
इसी तरह सीहोर जिले में भी बारिश आफत बन गई है। खांडाबाड गांव के कलियादेव नाले के पानी में सोमवार को 11 लोग बह गए थे। इनमें से आठ के शव मिल गए, लेकिन तीन अब भी लापता है।