पन्ना, 4 मई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में एक यात्री बस अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी और उसके बाद उसमें आग लग गई। इस हादसे में 21 यात्री जिंदा खाक हो गए। कई और शवों के कंकाल बस के भीतर फंसे हुए हैं। यह जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी।
राज्य सरकार ने हादसे के शिकार बने यात्रियों के लिए राहत की घोषणा की है। हादसे की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं।
सागर संभाग के आयुक्त आर. के. माथुर ने आईएएनएस को बताया कि सोमवार को छतरपुर से पन्ना की ओर जा रही एक निजी यात्री बस पांडव फाल के पास भैरव घाट क्षेत्र में अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी और उसके बाद बस में आग लग गई। बस में सवार 12 यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया है।
माथुर ने कहा, “बस में आग लगने के बाद विस्फोट की भी आवाज सुनी गई है। आग काफी विकराल रूप लिए हुए थी। राहत व बचाव कार्य जारी है। हादसे में अब तक 21 लोगों की मौत हुई है। शव पूरी तरह कंकाल में बदल चुके हैं।”
माथुर ने बताया कि बस के भीतर अभी कई यात्रियों के कंकाल हैं, उन्हें निकालने का अभियान जारी है। इस घटना की मजस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
माथुर ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख, गंभीर घायलों को 50-50 हजार और मामूली घायलों को 25-25 रुपये देने की घोषणा की है।
इस बीच, पन्ना जनसंपर्क कार्यालय की ओर जारी बयान में मृतकों की संख्या 50 बताई गई है। लेकिन संभाग आयुक्त माथुर ने इसकी पुष्टि नहीं की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर शोक व्यक्त किया है।
मोदी ने जारी एक शोक संदेश में कहा, “मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में बस दुर्घटना की यह खबर अत्यंत दुखद है। मृतकों के परिवारों के प्रति शोक संवेदना। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग लगने के बाद कुछ यात्री किसी तरह बाहर निकल पाए और जो बस से नहीं निकल पाए वे पूरी तरह जल गए हैं।
पुलिस ने कहा कि घायलों को पन्ना के जिला चिकित्सालय में ले जाया गया है।
पुलिस के अनुसार, इस मामले में सबसे बड़ी चुनौती मृतकों की शिनाख्त है, क्योंकि यात्रियों का शरीर पूरी तरह जलकर कंकाल में बदल चुका है।