मुंबई, 2 सितम्बर (आईएएनएस)। महाराष्ट्र भी देशभर में सरकारी, निजी सेक्टर, वित्तीय सेक्टर, बैंक, वित्तीय संस्थानों और कृषक समुदाय के 30 करोड़ कर्मचारियों की देशव्यापी हड़ताल में शामिल रहा। एक शीर्ष आयोजक ने यहां बुधवार को कहा कि कर्मचारी सरकार की ‘कर्मचारी विरोधी’ नीतियों का विरोध कर रहे हैं।
तड़के-तड़के शुरू हुई हड़ताल में सरकार, बंदरगाह, कॉलेजों के प्रोफेसर, राज्य परिवहन और अन्य सेक्टरों का एक बहुत बड़ा तबका शामिल रहा। हड़ताल से सबसे ज्यादा वित्त और व्यापार सेक्टर प्रभावित हुए, जिन पर देश की वाणिज्यिक राजधानी मुंबई निर्भर करती है।
ऑल इंडिया बैंक एंप्लॉयज एसोसिएशन (एआईबीईए) के उपाध्यक्ष वी. उतगी ने कहा, “बैंकिंग एवं वित्तीय सेवा क्षेत्र में करीब करीब पूरी तरह हड़ताल है। राज्य परिवहन की बसें लगभग सड़कों से नदारद हैं। इसी तरह मुंबई पोर्ट ट्रस्ट में भी काम प्रभावित है। महाराष्ट्र के 15 लाख सरकारी कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल हैं। प्रमुख यूनियनों से संबद्ध कुछ निजी क्षेत्र की कंपनियां और कार्यालय भी बंद हैं।”
दिन में हजारों कर्मचारी और उनकी यूनियन एवं प्रतिनिधि बुधवार के आंदोलन की सफलता को दर्शान के लिए दक्षिण मुंबई में एक महारैली निकालेंगे।
हड़ताल शांतिपूर्ण रही। मुंबई या महाराष्ट्र में कहीं किसी तरह की अप्रिय घटना घटने की खबर नहीं है।