लखनऊ, 1 नवंबर (आईएएनएस/आईपीएन)। आईजी रैंक के निलंबित आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर और उनकी सामाजिक कार्यकर्ता पत्नी नूतन ठाकुर ने रविवार को साथियों के साथ लखनऊ में जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा पर बैठ कर लखनऊ पुलिस द्वारा सपा मुखिया मुलायम सिंह को क्लीनचिट देने और उलटे अमिताभ पर लोकप्रियता के लिए एफआईआर दर्ज कराने के लिए आरोपित करने के कार्य की कड़ी भर्त्सना की।
लखनऊ, 1 नवंबर (आईएएनएस/आईपीएन)। आईजी रैंक के निलंबित आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर और उनकी सामाजिक कार्यकर्ता पत्नी नूतन ठाकुर ने रविवार को साथियों के साथ लखनऊ में जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा पर बैठ कर लखनऊ पुलिस द्वारा सपा मुखिया मुलायम सिंह को क्लीनचिट देने और उलटे अमिताभ पर लोकप्रियता के लिए एफआईआर दर्ज कराने के लिए आरोपित करने के कार्य की कड़ी भर्त्सना की।
दम्पति ने आरोप लगाया कि लखनऊ पुलिस ने यह कार्य मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सीधे दवाब में किया है। उन्होंने कहा कि विवेचक का काम वादी का चरित्र-चित्रण करना नहीं बल्कि उसके द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच करना था लेकिन उन्होंने जांच करने की जगह केवल अमिताभ को आरोपित किया।
दम्पति ने इसके अलावा कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति को गोमतीनगर पुलिस द्वारा आनन-फानन में नूतन ठाकुर की एफआईआर में तीन दिन में अंतिम रिपोर्ट लगाने और उलटे नूतन को ही झूठी रिपोर्ट लिखवाने का आरोपी बताने की भी कड़ी निंदा की।
उन्होंने कहा कि हम मानते हैं कि यह सत्ता के दवाब में किया कृत्य है। दम्पति ने कहा कि वह प्रण लेते हैं कि चाहे उन्हें मार डाला जाए पर वह अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री रहते उनके किसी आदमी के खिलाफ कभी कोई एफआईआर नहीं दर्ज कराएंगे क्योंकि अंत में वह एफआईआर घूम कर हमारे ही ऊपर आएगा।