मुंबई, 18 मार्च (आईएएनएस)। केंद्रीय फिल्म प्रमाण बोर्ड (सीबीएफसी) के अध्यक्ष पहलाज निहलानी इन दिनों काम करने के अपने ‘निरंकुश तरीके’ को लेकर सिनेजगत से मिली तमाम शिकायतों की वजह से सुर्खियों में हैं। वह कहते हैं कि कोई भी फिल्म निर्माता उनकी ईमानदारी पर उंगली नहीं उठा सकता।
मुंबई, 18 मार्च (आईएएनएस)। केंद्रीय फिल्म प्रमाण बोर्ड (सीबीएफसी) के अध्यक्ष पहलाज निहलानी इन दिनों काम करने के अपने ‘निरंकुश तरीके’ को लेकर सिनेजगत से मिली तमाम शिकायतों की वजह से सुर्खियों में हैं। वह कहते हैं कि कोई भी फिल्म निर्माता उनकी ईमानदारी पर उंगली नहीं उठा सकता।
अपनी कार्यशैली को लेकर उठ रहे तमाम विवादों के बावजूद निहलानी शांति और मजे से अपना काम कर रहे हैं।
निहलानी ने कहा, “उन्हें मुझसे छुटकारा पाने की कोशिश करने दीजिए। मैं क्या कर रहा हूं और कौन लोग मुझे बोर्ड से बाहर करना चाहते हैं, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय इससे वाकिफ है। बिचौलिए और दलाल सीबीएफसी के असंतुष्ट तत्वों के साथ मिलकर मेरे और फिल्मोद्योग के बीच कटुता पैदा करने की साजिश रच रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “लेकिन वे भूल जाते हैं कि मैं कई दशकों से फिल्मोद्योग का हिस्सा हूं। कोई भी फिल्म निर्माता मेरी ईमानदारी और निष्ठा पर उंगली नहीं उठाएगा।”
निहलानी को जनवरी में सीबीएफसी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। फिल्मों में गाली-गलौज और भद्दी भाषा के प्रयोग के खिलाफ लिए गए उनके फैसले के चलते सिनेजगत के कई लोग उनके इस ‘फरमान’ के खिलाफ खड़े हो गए हैं।
रमेश सिप्पी, आमिर खान जैसी कई बॉलीवुड हस्तियों ने सोमवार को कथित तौर पर इस बारे में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से मिलकर बातचीत की।
हालांकि, राठौड़ ने कहा था कि बैठक निहलानी को पद से हटाने के लिए नहीं, बल्कि सेंसरशिप से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए रखी गई थी।
राठौड़ ने मंगलवार को बोर्ड के आधुनिकीकरण पर चर्चा करने के लिए भी सीबीएफसी के कुछ सदस्यों के साथ मुलाकात की थी।